नई दिल्लीः इस साल दिसंबर तक दिल्ली मेट्रो के संचालन में 60 प्रतिशत सौर ऊर्जा का प्रयोग शुरू हो जाएगा। यह बिजली सौर ऊर्जा के रीवा प्लांट से मिलेगी। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो गई है। इसे दिल्ली मेट्रो को 50 पैसे से 1 रुपये प्रति यूनिट का फायदा मिलेगा।

एक्सपो मार्ट में शुरू हुए रिन्यूबेल एनर्जी इनवेस्टर्स मीट एंड एक्सपो में डीएमआरसी ने मेट्रो में सौर ऊर्जा के प्रयोग को प्रदर्शित किया है। मेट्रो अभी बिजली से चल रही है। डीएमआरसी ने मेट्रो संचालन में सौर ऊर्जा का प्रयोग करने की तैयारी पूरी कर ली है।

दिल्ली मेट्रो के संचालन में अभी हर साल एक हजार मिलियन यूनिट बिजली की जरूरत पड़ती है। मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट लग रहा है। इस प्लांट से मेट्रो को बिजली मिलेगी। दिल्ली मेट्रो की कुल खपत की 60 प्रतिशत ऊर्जा इस प्लांट से मिल सकेगी।

नोएडा-गे्रटर नोएडा मेट्रो लाइन के सभी स्टेशन सौर ऊर्जा से रोशन होंगे। नवंबर के अंत तक एक्वा लाइन मेट्रो के शुरू होने की उम्मीद है। उससे पहले सभी स्टेशन और डिपो में 10 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट लगा दिया जाएगा।

दिल्ली मेट्रो अपने स्टेशनों को सौर ऊर्जा से चला रहे हैं। इसके लिए सभी स्टेशनों को मिलाकर 25 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। मेट्रो प्रबंधन को रीवा प्लांट में 3.30 रुपये प्रति यूनिट बिजली मिलेगी। जबकि उन्हें बिजली 5.45 पैसे प्रति यूनिट मिल रही है। इससे मेट्रो को 50 पैसे से 1 रुपये प्रति यूनिट तक पैसे की बचत होगी।