नई दिल्ली : बीते दिनों अभिनेता से नेता बने रजनीकांत ने कहा था कि अगर विपक्षी पार्टियां सोचती हैं कि भाजपा एक खतरनाक पार्टी है तो यह भी हो सकता है. रजनीकांत के इस बयान के बाद से ही राजनीतिक गलियारों से सरगर्मी बढ़ सी गई थी. अब रजनीकांत ने एक और बयान दिया है जिससे वे चर्चा का पात्र बन गए हैं.बता दें कि रजनीकांत ने आज मंगलवार को नया बयान देते हुए कहा है कि, “अगर किसी पार्टी के खिलाफ दस पार्टियां एकजुट हो जाती हैं तो कौन सी पार्टी ज्यादा ताकतवर है.” यह बयान रजनीकांत ने महागठबंधन के बनने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है.
आपको बता दें कि अब तक यह साफ़ नहीं हो पाया है कि रजनीकांत का झुकाव किस तरफ है. उन्होंने पहले अपने बयान में कहा था कि इस बात का फैसला जनता करेगी कि भाजपा खतरनाक पार्टी है या नहीं.रजनीकांत द्वारा यह बयान तब आया जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे भाजपा को ज्वाइन कर सकते हैं? वहीँ जब रजनीकांत से मोदी सरकार की नोटबंदी के बारे में पूछा गया तो वे भाजपा की आलोचना करने से बचते नजर आये.इस सवाल पर रजनीकांत ने कहा कि, “मौद्रिक नीति को ठीक ढंग से लागू नहीं किया जा सका मगर उन्होंने नीति की आलोचना नहीं की.”बताते चलें कि हाल ही में तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी डीएमके ने रजनीकांत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, “रजनीकांत भाजपा के हाथों कठपुतली बन चुके हैं.”