नई दिल्लीः आरएसएस के विजयदशमी उत्सव में गुरुवार को नागपुर में मोहन भागवत ने कहा कि भारत विश्व गुरु बनेगा। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत विश्वगुरू तभी बनेगा जब पंचामृत के मंत्र पर आगे बढ़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि बाबर के रूप में एक आंधी आई थी। उसने हमारे देश के हिंदू-मुसलमानों को नहीं बख्शा। मोहन भागवत ने कहा कि सशस्त्र और सुरक्षा बलों और उनके परिवारों की बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने में अधिक चौकस होना जरूरी है। सरकार द्वारा इस संबंध में कुछ प्रशंसनीय प्रयास किए गए हैं।

मोहन भागवत ने कहा कि अपनी सेना तथा रक्षक बलों का नीति धैर्य बढ़ाना, उनको साधन-सम्पन्न बनाना, नई तकनीक उपलब्ध कराना आदि बातों की शुरुआत होकर उनकी गति बढ़ रही है। दुनियाभर में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ने की एक वजह यह भी है। उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि पड़ोस की सरकार बदल गई लेकिन नीयत नहीं बदली।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने विजयादशमी पर्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस पर बुलाकर भारत के ही नहीं, परंतु दनिया के करोड़ों वंचित और शोषित बच्चों की ओर से सम्मान, प्रेम का हाथ बढाया है। सत्यार्थी ने उन सबकी ओर से ह्रदय से आभार जताया। भाषण से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की। वहीं, कार्यक्रम में फडणवीस, गडकरी आदि शामिल हुए हैं।