नई दिल्ली : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत को 3-0 से सीरीज जिताने के बाद कहा कि वह चाहते थे कि तीसरे मैच में भारतीय टीम निर्दयी होकर खेले। ऐसा इसीलिए भी क्योंकि भारत अगर यह मुकाबला हार भी जाता तो भी सीरीज नहीं हारेगा।

रोहित ने कहा कि हमने मैच से पहले बात की थी कि हमें निर्दयी होना पड़ेगा। हमारे इस मुकाबले में संतुष्ट होने की संभावना थी। ऐसे में हम संतुष्ट नहीं होना चाहते थे और हम जीतना चाहते थे। रोमांचक मुकाबला होने पर रोहित ने कहा कि वह ऐसे मुकाबले आइपीएल में खेल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मुकाबले बहुत होते हैं, खासकर आइपीएल में। मैं ऐसे मैचों का मुंबई इंडियंस के साथ हिस्सा रह चुका हूं। ऐसे मुकाबलों में आपको महान प्रयास करने होते हैं। मैं चाहता था कि मेरी टीम गेंदबाजी में दबाव झेले। युवाओं के लिए यह एक अच्छा मौका था कि वह अपना कौशल दिखाए। खासकर मैं अपनी टीम के क्षेत्ररक्षण से काफी प्रभावित हुआ।

वहीं, 92 रन की पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच बने शिखर ने कहा कि यह काफी अच्छा मुकाबला रहा। हमने दो जल्दी विकेट गंवा दिए और मुझे पता था कि मुझे क्रीज पर खड़े रहना होगा। रिषभ ने काफी अच्छी पारी खेली। मुझे पता था कि वह गेंदबाजों की खबर लेगा ऐसे में मैंने बैकसीट पकड़ ली।