भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह कल से शुरू हो रहे तमिलनाडु के अपने दौरे में राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने के अपने प्रयासों के तहत पिछड़े एवं सर्वाधिक पिछड़े वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं से संभवत: मुलाकात करेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि शाह मंगलवार को यहां विविध पृष्ठभूमियों के पिछड़े वर्गों के नेताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान महत्वपूर्ण मामलों पर इन नेताओं के नजरियों एवं यदि उनकी कोई शिकायतें हैं, तो उन्हें सुना जाएगा और एक तर्कसंगत निष्कर्ष पर ले जाया जाएगा।
यह कदम केंद्र के संवैधानिक संशोधन विधेयक की पृष्ठभूमि में महत्व रखता है। यह विधेयक राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा मुहैया कराने की बात करता है। यह विधेयक इस समय राज्यसभा की प्रवर समिति के पास है।
तमिलनाडु के परिप्रेक्ष्य में भी अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, पिछड़ा वर्ग, सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग एवं अन्य वंचित वर्गों का उत्थान हमेशा महत्वपूर्ण रहा है।
राज्य की बड़ी पार्टियों अन्नाद्रमुक एवं द्रमुक ने भी अपनी राजनीति में इसे शीर्ष प्राथमिकता दी है।
सूत्रों ने बताया कि ऐसी पृष्ठभूमि में पार्टी द्वारा अनुसूचित जातियों के संदर्भ में इसी प्रकार के कार्य किए जाने के बाद शाह सही समय पर पिछड़े वर्गों के विकास को बढ़ावा देने पर बल दे रहे हैं।
शाह ने वर्ष 2015 में अपने तमिलनाडु दौरे में मदुरै में अनुसूचित जाति समूहों से मुलाकात की थी। उन्होंने उस समय देंवेंद्रकुला वेल्लालर समुदाय की नाम बदलने की मांग का समर्थन किया था।
बाद में, इस प्रकार के अनुसूचित जाति समूहों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में अपील की थी। मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि शाह के इस दौरे में बूथ स्तर पर मूलभूत पार्टी इकाई को मजबूत करने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
शाह बूथ समितियों के पदाधिकारियों के साथ यहां 23 अगस्त को नादुकुप्पम् में वार्ता करेंगे। वह नादुकुप्पम् में जमीनी स्तर के एक पदाधिकारी के आवास पर नाश्ता करेंगे।
पार्टी के एक नेता ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘हम नादुकुप्पम् में हमारे पदाधिकारियों के साथ शाह की बातचीत के आधार पर हमारी बूथ समितियों को मजबूत करने के उनके मॉडल पर काम करेंगे।’’ भाजपा का कहना है कि तमिलनाडु में करीब 65,000 मतदान केंद्रों में से, कार्यात्मक समितियों के साथ करीब 40,000 मतदान केंद्रों में पार्टी की मौजूदगी है।
शाह 24 अगस्त को कोयंबटूर की अपनी यात्रा के दौरान आईटी क्षेत्र में कार्यरत लोगों समेत पेशेवरों से भी संभवत: मुलाकात करेंगे। उनकी मौजूदगी में अन्य राजनीतिक दलों के भी कुछ नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
शाह के दौरे के संभावित कार्यक्रम के अनुसार वह बुधवार को मीडिया को भी संबोधित कर सकते हैं।
वह मंगलवार को यानी कल यहां पहुंचेंगे, बुधवार शाम को कोयंबटूर के लिए रवाना होंगे और वहां से गुरूवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
( Source – PTI )