
शुक्रवार की नमाज के बाद कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याएं पैदा होने की आशंका को ध्यान में रखते हुए श्रीनगर के कई हिस्सों में आज कफ्र्यू लगा दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘शहर के प्रमुख इलाके के पांच थाना क्षेत्रों में और बाटामालू एवं मैसुमा इलाकों में कफ्र्यू लगाया गया है।’’ उन्होंने बताया कि शेष घाटी में लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार की नमाज के बाद कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होने की आशंका है, इसलिए लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रतिबंधों और अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के कारण लगातार 77वें दिन भी घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा।
अलगाववादियों ने विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम को 29 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है लेकिन कुछ दिनों में बंद में राहत की अवधि की घोषणा की है। पिछले सप्ताह के विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई भी राहत नहीं दी गई थी।
अलगाववादियों ने आज घाटी के विभिन्न तहसील मुख्यालयों तक मार्च करने का आह्वान किया है।
श्रीनगर और घाटी के अन्य इलाकों में दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद रहे तथा सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा।
स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहे।
मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं और पूरी घाटी में प्रीपेड नंबरों से आउटगोइंग कॉल बाधित रहीं।
दक्षिण कश्मीर में आठ जुलाई को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के ढेर होने के बाद से घाटी में तनाव है और इसमें अब तक दो पुलिसकर्मियों समेत 81 लोग मारे गए हैं।
( Source – पीटीआई-भाषा )