
अलगाववादियों के आज बंद के आह्वान के कारण कश्मीर घाटी में जनजीवन प्रभावित हुआ। अलगाववादियों ने बंद हर सप्ताह में दो दिन सीमित कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में अधिकतर दुकानें, ईंधन स्टेशन और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि सार्वजनिक परिवहन बहुत कम नजर आयी।
उन्होंने बताया कि बंद के कारण शहर में पटरियों पर खोमचे लगाने वाले बहुत कम नजर आए। घाटी के जिला मुख्यालयों में से अधिकतर जगह से भी बंद की खबरें मिली हैं।
आठ जुलाई को दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के चरमपंथी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में अशांति छा गयी थी। अलगाववादियों के अपना आंदोलन कम करने के कारण सामान्य स्थिति बहाल हुयी है।
पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को पहचान पत्र देने के सरकार के निर्णय के खिलाफ भी अलगाववादियों ने आज बंद का आह्वान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका उद्देश्य राज्य की भौगोलिक स्थिति को बदलना है।
घाटी में पांच महीने से अधिक समय तक जारी रही अशांति के कारण 86 लोग मारे गये और 5,000 सुरक्षा कर्मी सहित हजारों अन्य घायल हुये थे।
( Source – PTI )