
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि वह वित्त मंत्री अरण जेटली से हाइब्रिड वाहनांे तथा वैकल्पिक ईंधन पर चलने वाले अन्य वाहनांे पर वस्तु एवं सेवा कर :जीएसटी: दर घटाने का आग्रह करेंगे।
पिछले सप्ताह जिन जीएसटी दरांे की घोषणा की गई है उनके हिसाब से हाइब्रिड कारों पर सबसे उच्चतम 28 प्रतिशत की दर के साथ 15 प्रतिशत का उपकर भी लगेगा। इस हिसाब से इन वाहनों पर कुल कर की दर 43 प्रतिशत बैठेगी, जो बड़ी लग्जरी कारांे और एसयूवी के बराबर होगी। हाइब्रिड वाहनांे को पर्यावरण अनुकूल माना जाता है।
वाहन उद्योग इतनी उंची दर पर चिंता जता चुका है। उद्योग का कहना है कि इससे सरकार की हरित वाहनांे को प्रोत्साहन की योजना में अड़चन आएगी।
फिलहाल हाइब्रिड वाहनांे पर 12.5 प्रतिशत का उत्पाद शुल्क लगता है। इन वाहनांे पर कुल प्रभावी कर दर 30.3 प्रतिशत है।
गडकरी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मैं जल्द अरण जेटली से मिलूंगा और एथेनॉल, जैव डीजल, जैव सीएनजी से चलने वाले वाहनों पर कर की दर घटाने को कहूंगा। इसके अलावा मैं उनसे हाइब्रिड वाहनों पर भी कर की दर कम करने को कहूंगा।’’ मंत्री ने कहा कि सरकार की नीति देश में इलेक्ट्रिक वाहनांे को प्रोत्साहन देने की है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत रखी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक कारांे और बसों को प्रोत्साहन हमारी नीति है। जल्द हम इस बारे में नीति लाएंगे। ईंधन बचत के लिए हाइब्रिड कारांे को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।’’
( Source – PTI )