![ब्रिटेन, यूरोपीय संघ दोनों से रिश्ते मजबूत करेगा भारत](https://www.pravakta.com/news/wp-content/uploads/sites/3/2016/02/xindian-flag-story-size_647_081515021254-300x187.jpg.pagespeed.ic.LsS-j45cVm.jpg)
ब्रिटेन द्वारा ऐतिहासिक जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में मतदान करने के बाद भारत ने आज कहा कि उसके लिए ब्रिटेन और यूरोपीय संघ दोनों से संबंध महत्वपूर्ण हैं और वह आने वाले वषरें में दोनों से रिश्तों को और मजबूत करने का प्रयास करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘‘ईयू सदस्यता पर हमने ब्रिटेन का जनमत संग्रह देखा है। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के दोनांे के साथ हमारे रिश्ते काफी अहम् हैं। हम इन रिश्तों को और मजबूत करने का प्रयास करेंगे।’’ स्वरूप शंघाई सहयोग संगठन :एससीओ: में भाग लेने आए प्रधानमंत्री नरंेद्र मोदी के प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं। ब्रिटेन ने आज ऐतिहासिक जनमत संग्रह में 43 साल बाद यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में मतदान किया। यूरोपीय संघ छोड़ने यानी ‘लीव’ को 52 प्रतिशत वोटों के साथ जीत हासिल हुई। यूरोपीय संघ में बने रहने के पक्ष में 48 प्रतिशत वोट पड़े।
यूकेआईपी के नेता निजेल फराज ने इसे ब्रिटेन के लिए आजादी का दिन बताया। वहीं ‘रिमेन’ यानी ईयू में बने रहने के कैंप ने इसे एक आपदा बताया।
( Source – पीटीआई-भाषा )