हिजबुल मजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के अमेरिका के निर्णय का स्वागत करते हुए भारत ने आज कहा कि यह आतंकवाद के सभी स्वरूपों एवं आयामों से ठोस ढंग से निपटने की दोनों देशों की संयुक्त प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम अमेरिका द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के निर्णय का स्वागत करते हैं जो जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के जघन्य कृत्यों को अंजाम देने और जम्मू कश्मीर में निर्दोष लोगों की जान लेने के लिये जिम्मेदार है । ’’ उन्होंने बताया कि जून 2017 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर थे तब उस दौरान भी अमेरिका ने सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था जो हिजबुल मजाहिदीन का स्वयंभू कमांडर है।
रवीश कुमार ने कहा कि हम महसूस करते हैं कि इस प्रकार से ऐसे लोगों को विदेशी आतंकी संगठन या वैश्विक आतंकी घोषित करना भारत और अमेरिका की आतंकवाद के सभी स्वरूपों और आयामों से प्रतिबद्धता के साथ निपटने की भावना को प्रदर्शित करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह सभी का दायित्व है कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के घोषित आतंकी संगठनों और व्यक्तियों को नैतिक, राजनयिक और सामग्री संबंधी समर्थन प्रदान करना बंद हो ।
उन्होंने कहा कि कोई भी कारण किसी भी तरह से ऐसे संगठनों एवं व्यक्तियों को समर्थन, संरक्षण और आश्रय प्रदान करने को उचित नहीं ठहरा सकता है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है। अमेरिका के इस निर्णय से पाकिस्तान को गहरा आघात लगा है ।
( Source – PTI )