
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व उपसभापति के रहमान खान ने आज नोटबंदी की जांच संयुक्त संसदीय समिति :जेपीसी: से कराए जाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि इसने सिर्फ कुछ अमीर लोगों को फायदा पहुंचाया है।
राज्यसभा सांसद खान ने कहा, ‘‘ हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित की गई नोटबंदी योजना में जेपीसी जांच होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी आशंका है कि कुछ अमीरों :लोगों को: फायदा पहुंचाने के लिए ऐलान से पहले चुनिंदा लीक किए गए।’’ खान ने कहा कि भाजपा ने 2जी घोटाले में जेपीसी जांच की मांग की थी तब संप्रग सत्ता में थी और उन्हें अब नोटबंदी पर इसी तरह की मांग पर सहमत होना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा ने आम आदमी को परेशानी में डाल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ वे आम आदमी को क्यों परेशान कर रहे हैं? क्या कालाधन गरीब लोगों के पास है।’’ खान ने कहा कि मोदी ने नोटबंदी के कदम का ऐलान करते हुए चीजें ठीक करने के लिए 50 दिन का वक्त मांगा था और अबतक 36 दिन बीत चुके हैं लेकिन कुछ नहीं बदला।
कांग्रेस ने कहा, ‘‘ बचे हुए 14 दिनों में वह क्या चमात्कार कर सकते हैं?’’ उन्होंने कहा कि देश में एक ‘तनाशाही व्यवस्था’ स्थापित की जा रही है क्योंकि प्रधानमंत्री द्वारा नोटबंदी का ऐलान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्वतंत्रता को खोखला करता है।
खान ने कहा कि आरबीआई अधिनियम कहता है कि नोटबंदी आरबीआई द्वारा की जाती है। मुद्रा नोटों पर वचन पर हस्ताक्षर करने वाला आरबीआई का गवर्नर होता है, प्रधानमंत्री नहीं। आरबीआई गवर्नर कहां है?
( Source – PTI )