
अभिनेता कुणाल कपूर ने पिछले सात सालों में केवल तीन फिल्मों में काम किया है लेकिन उनका कहना है कि गुणवत्तापूर्ण काम की कीमत पर वह फिल्में नहीं करना चाहते हैं।
एम एफ हुसैन की फिल्म ‘मीनाक्षी’ से कैरियर की शुरूआत करने वाले और ‘रंग दे बसंती’ से मशहूर हुये 38 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्हें अच्छी भूमिकाएं नहीं मिलीं।
कुणाल ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘मैं हमेशा से अच्छी फिल्में करना चाहता था। यह एक भागम भाग जैसी स्थिति है क्योंकि एक अभिनेता के तौर पर आप बहुत सारा काम करना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अभिनय कुछ ऐसा है जिसका मैं आनंद लेता हूं इसके बावजूद मैंने पिछले सात सालों में तीन फिल्में की हैं। आप काम करना चाहते हैं लेकिन यह मायने रखता है कि आपके पास जो आ रहा है वह आपके पसंद का है या नहीं या आप अच्छी पटकथा का इंतजार करते हैं। मैं दूसरे विकल्प के साथ जाना पसंद करूंगा।’’ बड़े पर्दे से दूर रहने की समयावधि के दौरान अभिनेता रंगमंच और पटकथा लेखन में अपना हाथ आजमाते रहे। अभिनेता ने बताया कि उन्होंने खुद को इसमें मशगूल कर लिया है और यह उन्हें कुंठा से बचाता है।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक जयराज के निर्देशन में आने वाली ‘वीरम’ फिल्म में कुणाल एक कलरीयापायट्टू योद्धा की भूमिका में नजर आएंगे।
यह फिल्म मलयाली, अंग्रेजी और हिन्दी में प्रदर्शित होगी। इसकी कहानी केरल के 13वीं सदी पर आधारित है और विलियम शेक्सपीयर की ‘मैकबेथ’ से प्रेरित है।
( Source – पीटीआई-भाषा )