
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में वीआईपी संस्कृति की जगह ‘ईपीआई’ :एवरी पर्सन इज इंपॉरटेंट: संस्कृति को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए आज कहा कि लाल बत्ती का चलन खत्म हो गया है, लेकिन कुछ लोगों के दिमाग से लाल बत्ती वाली सोच को खत्म करना जरूरी है।
लाल बत्ती के चलन को खत्म करने का सरकार का फैसला प्रभावी होने के एक दिन बाद मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि देश की 125 करोड़ जनता का समान रूप से महत्व है।
मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘देश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ लोगों में नफरत है। फिर भी यह संस्कृति बहुत गहराई तक घर कर गई है। लालबत्ती तो गाड़ियों पर लगी होती है, लेकिन लाल बत्ती कुछ लोगों के दिमाग में बैठ गई थी।. सरकार द्वारा लाल बत्ती कल्चर को खत्म कर दिया गया, लेकिन कोई यह दावा नहीं कर सकता कि लाल बत्ती की सोच चली गई। अब दिमाग से भी लालबत्ती कल्चर को खत्म करने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्यू इंडिया का सिद्धांत यह है कि वीआईपी की जगह ईपीआई को प्राथमिकता दी जाए। ईपीआई का मतलब ‘एवरी इंडियन इज इंपॉरटेंट’ है। हर भारतीय महत्वपूर्ण है। हर भारतीय का मूल्य और महत्व है। चलिए सवा सौ करोड़ देशवासियों के महत्व को स्वीकार करिए। अगर हम सवा सौ करोड़ भारतीयों के महत्व को स्वीकारते हैं तो उस विशाल शक्ति की कल्पना करिए जिससे देश अपने बड़े सपनों को पूरा करेगा। हमें यह साथ मिलकर करना होगा।’’
( Source – PTI )