
विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी पहुंचने के साथ भाजपा ने आज यहां प्रशासन पर चुनाव आचार संहिता के कार्यान्वयन के नाम पर ‘‘चुनिंदा तरीके से’’ पार्टी के पोस्टर हटाने का आरोप लगाया।
हालांकि एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ बताते हुए कहा कि प्रशासन ‘‘निष्पक्ष’’ और ‘‘गैर पक्षपातपूर्ण’’ तरीके से काम कर रहा है।
भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘पूरा शहर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और उसकी सहयोगी कांग्रेस के पोस्टर एवं बैनरों से अटा पड़ा है। लेकिन हमने देखा कि जिला प्रशासन ने हमारी पार्टी के पोस्टर चुनिंदा तरीके से हटा दिए, खासकर वे पोस्टर जिनमें प्रधानमंत्री मोदी थे जो इस समय शहर में हैं।’’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सपा-कांग्रेस गठबंधन साफ तौर पर घबराया हुआ है क्योंकि उसे विधानसभा चुनाव में निश्चित हार का डर सता रहा है। मोदी और अखिलेश एवं राहुल गांधी के समानांतर कार्यक्रम वाले दिन मंदिरों की नगरी में जनता की प्रतिक्रिया पता चल जाएगी।’’ प्रधानमंत्री आज सुबह यहां पहुंचे और वह विधानसभा चुनाव के लिए आज शाम अपनी पहली जन सभा को संबोधित करेंगे।
शर्मा ने कहा, ‘‘हालांकि प्रशासन जिस पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहा है, वह हैरान करने वाली बात है। आचार संहिता लागू होने के साथ पूरा प्रशासनिक तंत्र केवल चुनाव आयोग के प्रति जवाबदेह हो जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन राजनीतिक आकाओं की सेवा करने की संस्कृति राज्य की नौकरशाही में गहराई से बस गयी है। यह सब 11 मार्च से बदल जाएगा जब नतीजे सामने आ जाएंगे और भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलेगा तथा वह नयी सरकार का गठन करेगी जिससे राज्य में कानून का शासन बहाल करने का रास्ता साफ हो जाएगा।’’ शर्मा के आरोपों को खारिज करते हुए वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक एन रविंदर ने फोन पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह आरोप बेबुनियाद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी राजनीतिक दल से डरे बिना या उनका पक्ष लिए बिना तथा चुनाव आयोग द्वारा तय दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए निष्पक्ष एवं गैर पक्षपातपूर्ण तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।’’
( Source – PTI )