
जैसे को तैसा के तेवर अपनाते हुए ओ पनीरसेल्वम के खेमे ने आज अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला और उनके दो संबंधियों को पार्टी के सिद्धांतों और आदशरें के खिलाफ जाने के लिए पार्टी से हटा दिया।
शशिकला द्वारा प्रेसिडियम चेयरमैन पद से हटाए गए ई मधुसूदन ने एक वक्तव्य में कहा कि शशिकला ने दिवंगत जयललिता से वादा किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगी और सरकार या पार्टी का हिस्सा बनने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है, उन्होंने इस वादे का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से शशिकला के साथ कोई संबंध नहीं रखने को कहा। इससे पहले शशिकला के वफादार इदापड्डी के पलानीसामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कल तमिलनाडु विधानसभा में उन्हें विश्वास मत हासिल करना होगा।
मधुसूदन ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘पार्टी के सिद्धांतों और आदशरें के खिलाफ जाने और अम्मा से किए वादे का उल्लंघन करने के लिए वीके शशिकला को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटाया जाता है। उन पर आपराधिक मामले भी हैं। उन्होंने पार्टी की छवि खराब की है।’’ पिछले ही हफ्ते पनीरसेल्वम के खेमे में शामिल हुए मधुसूदनन की जगह शशिकला ने केए सेनगोत्तईयान को प्रेसिडियम चेयरमैन बना दिया था जिसे पनीरसेल्वम खेमे ने अस्वीकार कर दिया था।
उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी हटा दिया गया था, हालांकि उन्होंने दावा किया था कि शशिकला को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।
बंेगलुरू में आय से अधिक 66 करोड़ रूपये की संपत्ति मामले में जेल की सजा काट रही शशिकला ने पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया था।
( Source – PTI )