
भारत ने आज 68वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर हुई भव्य परेड में अपनी सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत प्रदर्शित की । इस परेड के दौरान अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे ।
हल्की बारिश और आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद परेड देखने आए हजारों दर्शकों का उत्साह फीका नहीं पड़ा और उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक चली परेड का आनंद लिया ।
इस परेड का मुख्य आकषर्ण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सैनिकों की एक टुकड़ी रही, जिसने अपने देश के ध्वज के साथ हिस्सा लिया जिसमें उसका संगीत बैंड शामिल था । यूएई के दस्ते में वहां के प्रेसिडेंशियल गार्डस, वायुसेना, नौसेना और थलसेना के 149 जवान शामिल थे ।
पहली बार आतंकवाद निरोधक बल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के ‘ब्लैक कैट’ कमांडो की टुकड़ी ने परेड में हिस्सा लिया ।
हल्के लड़ाकू विमान तेजस सहित कई विमान और हथियार प्रणालियों और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (एईडब्ल्यू एंड सी) के जरिए भारत की सैन्य ताकत प्रदर्शित की गई ।
यूएई के सशस्त्र बलों के डिप्टी सुप्रीम कमांडर का भी पद संभाल रहे अल नाहयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठे थे । मोदी ने गुलाबी रंग का साफा पहन रखा था । दोनों नेताओं को आपस में हंसी-मजाक करते भी देखा गया ।
भारतीय थलसेना का मिसाइलें दागने वाला टी-90 ‘भीष्म’ टैंक, इंफैंट्री लड़ाकू वाहन बीएमपी-2के, ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली के मोबाइल ऑटोनोमस लॉंचर, हथियारों का पता लगाने वाला रेडार ‘स्वाति’, आकाश हथियार प्रणाली और धनुष आर्टिलरी तोपें भी प्रदर्शित की गईं । जारी
( Source – PTI )