
सर्वदलीय शिष्टमंडल ने अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन नागरिक समाज के लोगों से मुलाकात की। इससे पहले अलगाववादियों को वार्ता की मेज तक लाने के शिष्टमंडल के कुछ सदस्यों के प्रयास नाकाम रहे थे।
कुछ संसद सदस्यों ने अलगाववादियों को वार्ता का प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। शिष्टमंडल के ये सदस्य कल नियमित बैठकों को छोड़कर इन अलगाववादी नेताओं के पास पहुंचे थे ताकि शिष्टमंडल के समक्ष अपनी बात और विचारों को रखने के लिए उन्हें मनाया जा सके।
अलगाववादी नताओं से मिलने पहुंचे सांसदों में से एक माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने आज कहा कि उन्हें शिष्टमंडल के साथ बिना शर्त वार्ता शुरू करनी चाहिए।
कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि कुछ संसद सदस्य अलगाववादियों तक पहुंचे लेकिन यह उनका व्यक्तिगत फैसला था। उन्होंने कहा कि यह सरकार या शिष्टमंडल का फैसला नहीं था।
आज यह शिष्टमंडल जम्मू के लिए निकल जाएगा जहां वे नागरिक समाज के लोगों समेत कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर में अमन बहाली का उपाय खोजने के उद्देश्य से कल शिष्टमंडल ने समाज के विभिन्न वर्गों के 30 प्रतिनिधिमंडलों के करीब 300 लोगों से मुलाकात की थी।
( Source – पीटीआई-भाषा )