प्रेमचंद ने जन साधारण को अपनी रचनाओं का पात्र बनाया
मंदसौर . हिंदी साहित्य संस्थान द्वारा मुंशी प्रेंमचंद के साहित्यिक अवदान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया .इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रखर वक्ता श्री महेश मिश्रा ने कहा कि साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद ने जन साधारण को अपनी रचनाओं का पात्र बनाया तथा आम आदमी के जीवन की व्यथाओ को उजागर किया. आपने कहा किमुंशी प्रेम चाँद की रचानाओ से नयी पीडी को अवगत करवाने की आवश्यकता है किन्तु पाठ्यक्रम में से इस साहित्य को हटाने का प्रयास होर रहा है ,जो उचित नही है . श्री प्रकाश रातडिया ने कहा कि प्रेमचंद ने अज्ञानता,अंध विशवास,गरीबी व व्यसनों का चित्रं कर समाज को जाग्रत करने का प्रयास किया. हिंदी साहित्य संस्थान के अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार जोशी, श्री राम गोपाल शर्मा,श्री प्रकाश दीक्षित,सुनील बडोदिया ,विनोद शर्मा,भेरुलाल पटेल ने विचार रखे. राम सेवक रेकवार,कैलाश टांडी, ने रचना पाठ किया, सञ्चालन हिंदी साहित्य संस्थान के सचिव योगेन्द्र जोशी ने व आभार प्रदर्शन सचिव ललित भारद्वाज ने किया.