
कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) शहर के दक्षिणी किनारे पर पहला तैरता बाजार खोलने की तैयारी कर रहा है। यह कदम उन विक्रेताओं के पुनर्वास के लिए उठाया जा रहा है, जो ईएम बायपास चौड़ा होने के करने के कारण वहां से विस्थापित हो गए थे।
प्राधिकरण के एक अधिकारी के अनुसार, बाजार पतौली के निकट एक जलाशय पर नौ करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। बाजार में 114 नौकाएं होंगी, जिनपर सब्जियां, फल, मछली, मांस, अनाज, चावल, खाद्य तेल और चाय की बिक्री की जाएगी। बाजार चौबीसों घंटे खुला रहेगा।
प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि गरिया के पास पतौली में ईम बायपास को चौड़ा करने के दौरान कई विक्रेता विस्थापित हो गए थे। हमारा मुख्य लक्ष्य ईएम बाईपास पर बेसनभगता-पतौली बाजार में व्यापार कर रहे लोगों का पुनर्वास करना है।
ईएम बायपास पर स्थित बाजार को वहां से हटाने का फैसला प्राधिकरण ने तीन साल पहले लिया था, ताकि सड़क के उस हिस्से को चौड़ा किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीनगर की डल झील पर भी इसी तरह का एक तैरता बाजार है। ऐसे बाजार बैंकाक और सिंगापुर में भी हैं।’’ अधिकारी ने बताया कि 114 नौकाओं में से 32 खरीद ली गई हैं और अन्य इस माह के अंत तक खरीदी ली जाएंगी।
( Source – PTI )