अपने लिए तो हर कोई व्यक्ति जीता है लेकिन जो व्यक्ति दूसरों के लिए जीता है और अपना जीवन मानवता की सेवा में लगाते है, ऐसे व्यक्ति समाज के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणादायी होते है। सेवा भाव के जरिए हम समाज को नई दिशा दे सकते हैं। 1893 में शिकागो (अमेरिका) में विश्वधर्म सम्मेलन में […]