
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियो के बीच आज झड़पों की नई घटनाएं हुईं जिनमें कम से कम चार लोग घायल हो गए हैं। पूरी घाटी में लोगों के एक साथ जुटने पर अभी भी पाबंदी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने अनंतनाग में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पैलेट और आंसू गैस के गोले छोड़े थे जिनकी चपेट में आने से चार लोग घायल हुए।
उन्होंने बताया कि कश्मीर के किसी भी हिस्से में कफ्र्यू नहीं लगा है लेकिन श्रीनगर को छोड़कर घाटी के सभी जिलों में लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगी हुई है। कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए यह पाबंदी जारी रहेगी।
अधिकारी ने बताया कि सुधरते हालात के मद्देनजर घाटी में कहीं भी कफ्र्यू नहीं लगाया जाएगा। बहरहाल, अनंतनाग जिले समेत कुछ स्थानों पर झड़पें हुई हैं। यहां सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक युवक की मौत हो गई थी।
घाटी में अलगवावादी समर्थित हड़ताल के कारण जनजीवन प्रभावित रहा लेकिन श्रीनगर तथा अन्य स्थानों पर बाजारों में कल शाम आगामी ईद के मद्देनजर रौनक लौट आई। ईद-उल-अजहा 13 सितंबर को है।
कल शाम छह बजे तक, हड़ताल में 12 घंटे की ढील दी गई थी। इसके चलते लाल चौक समेत आस पास के बाजारों और जिला मुख्यालयों के बाजारों में भीड़भाड़ रही। लाल चौक के इर्द-गिर्द यातायात जाम देखा गया।
अलगाववादियों ने हड़ताल की अवधि 16 सितंबर तक बढ़ा दी है। हफ्ते के कुछ दिन इसमें क्रम दर क्रम ढील देने की घोषणा भी की है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें सत्र में ज्ञापन जमा करने के लिए अलगाववादियों ने ईद के दिन संरा के सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक रैली निकालने का आह्वान किया है।
घाटी में अब तक हुई झड़पों में दो पुलिसकर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोग घायल हैं।