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यूनान संकट और महंगाई के आंकड़ों से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा

देश के शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह मुद्रास्फीति के आंकड़ों, यूनान घटनाक्रम और कंपनियों के तिमाही नतीजों से निर्धारित होंगे। विशेषज्ञों ने यह राय व्यक्त की है।

इसके साथ ही विशेषज्ञों ने कहा कि मानसून की प्रगति,वैश्विक संकेतक, विदेशी निवेशकों के निवेश का रूख तथा डॉलर के मुकाबले रूपये का उतार-चढ़ाव भी कारोबार की दिशा को तय करेंगे।

कैपिटलविया ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड के सीएमटी-शोध निदेशक विवेक गुप्ता ने कहा कि  सेंसेक्स का उतार चढ़ाव निकट भविष्य में 13 जुलाई को घोषित होने वाले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े और 14 जुलाई को घोषित होने वाले थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े पर निर्भर करेगा। सप्ताह के दौरान एसीसी और माइंडट्री के तिमाही नतीजे भी आने हैं।

सैमको सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा कि चीन सहित दुनिया भर के बाजार स्थिर हो जायें तथा भारतीय बाजार अपनी खुद की क्षमता से तेजी की ओर अग्रसर होगा। पहली तिमाही के नतीजों से शेयर विशेष के हिसाब से उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अल्पावधि में बाजार सकारात्मक रूख लिए उतार चढ़ाव के दौर से गुजरेंगे तथा कंपनियों के नतीजों से दिशा लेंगे। पिछले सप्ताह देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी टीसीएस से नतीजों का दौर शुरू हुआ। कंपनी को जून तिमाही में 5,684 करोड़ रूपये का शुद्ध मुनाफा हुआ।

बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के आधारभूत अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वित्तवर्ष 2015-16 के पहली तिमाही के नतीजों के आंकड़ों को देखने के बाद ही बाजार इस पर अपना अंतिम रूख तय करेगा। इस बीच, मई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सुस्त पड़कर 2.7 प्रतिशत रह गई हो जो वर्ष भर पूर्व इसी अवधि में 5.6 प्रतिशत थी। विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट से मुख्य रूप से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटी है। इससे रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश बनी है।

एक विशेषज्ञ ने मानसून की प्रगति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मानसून हमेशा से घरेलू बाजार धारणा तय करने में एक भूमिका निभाता है। यह महत्वपूर्ण है कि जुलाई और अगस्त में मानसून जोर पकड़े। इसी दौरान पर्याप्त मात्रा में खरीफ फसलों की बुवाई होती है। गौरतलब है कि बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बीते सप्ताह 431.39 अंक की गिरावट के साथ 27,661.40 अंक पर आ गया था।

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