नई दिल्ली : मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए प्रस्तावित महागठबंधन को झटके पे झटके लग रहे है। महागठबंधन से बसपा मुखिया मायावती फिलहाल इससे दूरी बनाती दिख रहीं हैं। और साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी को 24 घंटे के भीतर दो बड़े झटके पे झटके दिए है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ हाथी की सवारी’ कर कांग्रेस चुनाव में उतरने का सपना संजोए बैठी थी। लेकिन मायावती ने लास्ट टाइम पर कांग्रेस का हाथ छोड़ देने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ में जहां उन्होंने कांग्रेस के बागी नेता अजित जोगी का साथ देने का फैसला किया, वहीं मध्य प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ने की। कांग्रेस को लेकर मायावती के रुख में बदलाव उस वक्त से महसूस होने लगी थी, जब उन्होंने हाल में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का ठीकरा बीजेपी के साथ यूपीए सरकार पर भी फोड़ा था। उसी वक्त राजनीतिक विश्लेषकों ने मान लिया था कि बसपा मुखिया मायावती के इस बयान में कांग्रेस के लिए भविष्य की बड़ी चेतावनी छिपी है। जानकारी के लिए आपको बता दे कि पूर्व कांग्रेस नेता अजीत जोगी ने कुछ साल पहले पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठन किया था। मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में भाजपा लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीत चुकी है।