ब्लाटर ने यूरोपीय फुटबाल अधिकारियों के ‘नफरत’ के अभियान की आलोचना की
ज्यूरिख/नई दिल्ली,। सैप ब्लाटर ने पांचवीं बार फीफा अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद यूरोपीय फुटबाल अधिकारियों के ‘नफरत’ के अभियान की आलोचना की। स्विस टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में ब्लाटर ने कहा कि उन्हें संदेह है कि बुधवार को अमेरिकी भ्रष्टाचार रोधी वारंट के अंतर्गत फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी ‘कांग्रेस में हस्तक्षेप’ का प्रयास था। शुक्रवार को फीफा कांग्रेस में ब्लाटर को नए कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना गया।
ब्लाटर ने शुक्रवार को दूसरे दौर के मतदान से पहले अपने प्रतिद्वंद्वी प्रिस अली बिन अल हुसैन के दौड़ से हटने के बाद पांचवें कार्यकाल के लिए फीफा अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था। चुनाव से दो दिन पहले हुई गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए ब्लाटर ने ‘आरटीएस’ से कहा, ‘‘मैं सुनिश्चित नहीं हूं लेकिन इससे कुछ गलत की बू आ रही है।’’ उन्होंने इसके साथ ही अमेरिकी अटार्नी जनरल लोरेटा लिंच सहित अमेरिकी न्यायपालिका की फीफा पर की गई टिप्पणी की भी निंदा की।ब्लाटर ने कहा, ‘‘बेशक, मैं स्तब्ध हूं। जो हुआ उसे लेकर मैं जब तक सुनिश्चित नहीं हूं तब तक फीफा अध्यक्ष के रूप में मैं कभी किसी अन्य संगठन पर टिप्पणी नहीं करूंगा।’’ लोरेटा ने कहा था कि फुटबाल में भ्रष्टाचार विदेशों में और यहां अमेरिका में अनियंत्रित है और अपनी जड़ें जमा चुका है। ब्लाटर ने कहा कि अमेरिका 2022 विश्व कप की मेजबानी दौड़ में कतर से हार गया था जबकि एक अन्य धुर आलोचक इंग्लैंड 2018 विश्व की मेजबानी की दौड़ में रूस से पिछड़ गया था।

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