
नईदिल्ली/भोपाल । दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में अगले साल 2016 में लगने वाले सिंहस्थ की तैयारियों पर होने वाले खर्चों से निपटने के लिए गुरुवार को पीएमओ और वित्त मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने सिंहस्थ कुंभ की तैयारियों के लिए केंद्र से करीब 3500 करोड़ रुपए की मदद मांगी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि सिंहस्थ की तैयारियों पर खर्च होने वाली राशि इतनी ज्यादा है, कि केंद्र की मदद के बिना राज्य अकेले इतना खर्च नहीं उठा सकता है। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ को लेकर जो तैयारियों चल रही है,उसमें स्थाई सेट तैयार किए जा रहे है। ताकि उसका लाभ बाद में भी लिया जा सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएमओ और वित्त मंत्रालय दोनों ही जगहों से उन्हें मदद की भरोसा मिला है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात में 14 वें वित्त आयोग की अनुशंसाओं के तहत मध्यप्रदेश को विकास कार्यों के लिए एडवांस राशि देने की मांग की। उन्होंने बताया कि आयोग की अनुशंसाओं के तहत राज्यों के वित्तीय सूचकांकों को देखते हुए उन्हें राज्य की सकल घरेलू उत्पाद की 3.5 फीसदी राशि विकास कार्यों के लिए एडवांस में दी जा सकती है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को दिल्ली में करीब आठ घंटे रहे। इस दौरान उन्होंंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित आधा दर्जन से ज्यादा लोगों से मुलाकात की। इनमें केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर, भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते और उद्योग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है।