
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बाढ़ प्रभावित गुजरात में आज विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा जहां कथित भाजपा समर्थकों ने उनकी कार पर सीमेंट की एक ईंट फेंकी और उन्हें काले झंडे दिखाये। इसके चलते राहुल को एक सभा में अपना संबोधन बीच में समाप्त करना पड़ा और वह वहां से चले गए।
पुलिस ने बताया कि राहुल गांधी की कार का पीछे का शीशा टूट गया क्योंकि उस पर सीमेंट की एक ईंट फेंकी गयी थी। यह तब हुआ जब वह बाढ़ प्रभावित बनासकांठा जिले के धानेरा स्थित लाल चौक से धानेरा के हेलीपैड जा रहे थे।
गांधी को यद्यपि इसमें कोई चोट नहीं पहुंची और वह अपने कार्यक्रम के तहत अगले स्थल थरा तालुका में रूनी गांव बढ़ गए। उन्होंने वहां पर इस बात पर जोर दिया कि वह ऐसे विरोधों के आगे झुकेंगे नहीं।
गांधी ने रूनी में एक सभा में कहा, ‘‘काले झंडों, नरेंद्र मोदी के नारों या पत्थरों के कारण पीछे नहीं हटेंगे।’’ पुलिस अधीक्षक नीरज बडगुजर ने कहा कि एक व्यक्ति ने राहुल गांधी की कार पर एक पत्थर फेंका जिससे उनकी कार का पीछे का शीशा टूट गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता की कार पर पत्थर फेंकने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है।
इससे पहले एक कार्यक्रम में प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी को काले झंडे दिखाये और उन्हें बोलने नहीं दिया। ये लोग धानेरा के लाल चौक पर नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने अपना भाषण शुरू ही किया था तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिये और ‘‘मोदी, मोदी’’ के नारे लगाने लगे।
नाराज गांधी ने कहा, ‘‘उन्हें आने दो :जो काले झंडे दिखा रहे थे:, उन्हें यहां :मंच के: सामने झंडा फहराने दो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके गांवों में बाढ़ आयी है, जब आपके घरों में लोगों की मृत्यु हुई है मैं आपके बीच रहना चाहता हूं । मैं आपसे मिलना चाहता हूं और आपको गले लगाना चाहता हूं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं और कांग्रेस पार्टी आपके साथ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र या राज्य में हमारी :कांग्रेस की: सरकार नहीं है। इसके बावजूद मैं और मेरी पार्टी के कार्यकर्ता जरूरत की इस घड़ी में आपके साथ खड़े हैं।’’ इसके बाद उन्होंने अचानक अपना भाषण समाप्त कर दिया और वहां से चले गए।
( Source – PTI )