
बीदर जिले के एक गांव में एक भाजपा कार्यकर्ता मृत पाया गया। इससे पहले बेंगलुरू में एक आरएसस कार्यकर्ता की हत्या और मैसूर के नजदीक एक भाजपा कार्यकर्ता की रहस्यमय परिस्थितियों मौत हो चुकी है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां पीटीआई..भाषा को बताया कि सुनील डोंगरे का शव कल सुबह एक शैक्षणिक संस्थान के नजदीक पाया गया।
उन्होंने बताया कि डोंगरे के शव पर चाकू से किये गये हमले के कई निशान पाये गये हैं।
उन्होंने बताया कि हत्या जिले के सोनाला गांव में छह नवंबर को हुई है।
पुलिस ने बताया, ‘‘हम मामले की जांच कर रहे हैं और हत्या के पीछे के कारण का जल्द ही पता लगा लिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि 35 वर्षीय डोंगरे, औराद के विधायक प्रभु चव्हाण के एक सहयोगी थे और उनका काफी दबदबा था।
पुलिस ने बताया कि डोंगरे, सोनाला में 50 एकड़ से अधिक कृषि भूमि के मालिक थे और वह आर्थिक रूप से मजबूत थे।
विधायक चव्हाण मृतक के घर गये और उनके परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी।
इससे पहले 16 अक्तूबर को मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने आरएसएस के एक 35 वर्षीय कार्यकर्ता रद्रेश की कथित तौर हत्या कर दी थी।
चार नवंबर को भाजपा युवा मोर्चा के 30 वर्षीय नेता जे रवि, मैसूर जिले के मंगाली के नजदीक रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाये गये थे। उनके परिवार और पार्टी ने आरोप लगाया था कि उनकी हत्या हुई है।
( Source – PTI )
कुछ दल सत्ता हाथ से छीने जाने को ले कर हताश है. जब जनता उनको पीटना शुरू करेगी तो गिनती भूल जाएगी.