वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज कहा कि भारत ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने :ब्रेक्जिट: के अल्पकालिक और मध्यम अवधि के परिणामों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसके पास अच्छे-खासे विदेशी मुद्रा भंडार के रूप में निकट भविष्य और मध्यम अवधि के लिए ठोस सुरक्षा दीवार है।
उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह के नतीजे से वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ेगा। विश्व के सभी देशों को अल्पकालिक स्तर पर संभावित हलचल से निपटने के लिए अपने-आपको तैयार करना होगा जबकि साथ ही मध्यम अवधि में इसके असर के प्रति सतर्क रहना होगा।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था का सवाल है हम ब्रेक्जिट के अल्पकालिक और मध्यम अवधि परिणामों से निपटने के लिए तैयार हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत वृहत्-आर्थिक ढांचे के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसका ध्यान स्थिरता बनाए रखने पर है।
( Source – पीटीआई-भाषा )