कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आज कहा कि राज्य सरकार ने मैंगलुरू के पुलिस उपाधीक्षक एमके गणपति की कथित खुदकुशी के मामले की सीआईडी जांच का आदेश दिया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि गणपति को परेशान करने के आरोपी वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने यह जांच सीआईडी को सौंप दी है। सीआईडी की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।’’ एक सप्ताह के भीतर राज्य के दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की कथित खुदकुशी का मामला सामने आया है। गणपति कल मडिकरी में एक लॉज में पंखे से लटकते पाए गए।
बीती पांच जुलाई को चिक्कामगलुरू अनुमंडल के पुलिस उपाधीक्षक कलप्पा हैंडीबैग :35: बेलगावी जिले में अपने ससुर के आवास पर लटकते हुए मिले थे। उन पर फिरौती के लिए एक व्यक्ति के अपहरण का आरोप था।
मडिकेरी में एक स्थानीय चैनल को दिए साक्षात्कार में गणपति ने उनके दो वरिष्ठ अधिकारियों और बेंगलुरू विकास मंत्री केजे जॉर्ज पर उनको प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। जॉर्ज पहले गृह मंत्री रहे हैं।
उन्होंने कहा था, ‘‘मैं पुलिस विभाग में जाति को देखते हुए हो रहे तबादलों से निराश हूं। वरिष्ठ अधिकारियों को ऐसा नहीं करना चाहिए। यह अच्छा नहीं है। यह गलत है। इसलिए मैं खुलकर मीडिया के सामने आ रहा हूं।’’ गणपति ने यह भी कहा था, ‘‘अगर मुझे कुछ होता है तो ये लोग जिम्मेदार होंगे। कौन ? :पुलिस अधिकारी: ए एम प्रसाद और प्रणब मोहंती तथा पूर्व गृह मंत्री जॉर्ज। वे :पुलिस अधिकारी: मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के करीबी हैं।’’ अपनी सरकार के विपक्ष के निशाने पर आने के बाद सिद्धरमैया ने कहा कि जॉर्ज के इस्तीफे की मांग कर रही भाजपा को ऐसा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
( Source – पीटीआई-भाषा )