
जिले में शराब तस्करों के एक प्रतिद्वंद्वी गुट ने 20 वर्षीय एक दलित युवक की कथित तौर पर बेरहमी से हत्या कर दी और उसके पैर काट दिए । पीड़ित युवक कथित तौर पर शराब व्यापार में शामिल था।
छह लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों में से एक दलित भी है।
पुलिस ने बताया कि दोनों समूह अवैध शराब के करोबार में शामिल थे और पहले भी उनके बीच झगड़े हो चुके हैं ।
सोमवार को दूसरे समूह ने एक मामला सुलझाने का प्रलोभन देकर पीड़ित सुखचैन सिंह और उसके दोस्तों को बुलाया।
मनसा के एसएसपी मुखविंदर सिंह ने आज बताया, ‘‘सोमवार रात में उन्होंने सुखचैन और उसके दोस्तों पर धारदार हथियारों से हमला किया। हालांकि सुखचैन के दोस्त भागने में सफल रहे। दूसरे समूह ने धारदार हथियार से सुखचैन की बेरहमी से हत्या कर दी।’’ पुलिस ने बताया कि एक आरोपी बलवीर के घर से उसका शव बरामद किया गया।
सुखचैन के शव पर जख्म के निशान हैं और उसके पैर भी कटे हुए मिले है। पुलिस ने बताया कि गायब अंग का पता लगाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों की एक टीम गठित की गयी है।
उन्होंने बताया, ‘‘हमने छह आरोपियों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया है और हम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लंेगे।’’ आरोपियों की पहचान बलबीर सिंह, हरदीप सिंह, अमनदीप सिंह, साधु सिंह, बाबरिक सिंह और सीता सिंह के रूप में की गयी है।
इस बीच, पीड़ित के परिवार ने कटा हुआ पांव नहीं मिलने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है।
राज्य में पिछले साल भी ऐसी ही एक घटना हुयी थी।
पिछले साल फाजिल्का के अबोहर में एक दलित भीम टांक और उसके दोस्त गुरजंत सिंह पर धारदार हथियार से कथित तौर पर हमला किया गया था। भीम के अंग कटे हुये थे और अस्पताल में बाद में उसकी मौत हो गयी थी।
( Source – पीटीआई-भाषा )