उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स :एसटीएफ: की छापेमार कार्रवाई के विरोध में आज लखनउ के पेट्रोल पम्प मालिकों ने हड़ताल कर दी।
पेट्रोल पम्प एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने बताया ‘‘एसटीएफ की छापेमारी की वजह से पेट्रोल पम्प कर्मी भाग गये हैं, लिहाजा लखनउ के पेट्रोल पम्प मालिकों ने कल रात से हड़ताल शुरू कर दी है।’’ यह हड़ताल एसटीएफ द्वारा पिछले दिनों लखनउ के विभिन्न पेट्रोल पम्पों पर अचानक की गयी छापामार कार्रवाई के विरोध में की जा रही है। एसटीएफ के अभियान के दौरान अनेक पेट्रोल पम्पों पर घटतौली करके उपभोक्ताओं को करोड़ों रपये की चपत लगाये जाने का खुलासा हुआ।
तेल मशीनों में चिप लगाकर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी उजागर होने के बाद राजधानी के कई पेट्रोल पम्प सील कर दिये गये, जिनमें यूपी पेट्रोल पम्प डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बी. एन. शुक्ला के पम्प भी शामिल हैं।
लखनउ में अचानक हुई इस हड़ताल की वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सरकारी पेट्रोलियम कम्पनियों से इतर कम्पनियों के पम्पों पर उपभोक्ताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गयीं। हालांकि राज्य सरकार ने इस हड़ताल के जल्द खत्म होने की उम्मीद जतायी है।
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने आज इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं को बताया कि राज्य सरकार पेट्रोल पम्प मालिकों के दबाव में नहीं आएगी। पुलिस ने जो कार्रवाई की वह न्यायसंगत और उपभोक्ताओं के हित में थी। पम्प मालिकों का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सकता है और हमें उम्मीद है कि यह गतिरोध जल्द दूर हो जाएगा।
मालूम हो कि एसटीएफ ने गत 27 अप्रैल की रात को लखनउ के सात पेट्रोल पम्पों पर छापा मारकर इलेक्ट्रानिक चिप के जरिये पेट्रोल चोरी करने के गोरखधंधे का भण्डाफोड़ किया था।
( Source – PTI )