
पाकिस्तान में एक व्यक्ति द्वारा अपने साथ कथित तौर पर शादी करने के लिए मजबूर की गई भारतीय महिला आज वाघा बॉर्डर के रास्ते आज भारत लौट गई। उसने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में शरण ले रखी थी।
दिल्ली की रहने वाली उज्मा अहमद ने पाकिस्तान की अदालत में याचिका दाखिल की थी जिसके बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने कल उसे स्वदेश लौटने की मंजूरी दे दी थी।
पाकिस्तानी पुलिस ने वाघा बॉर्डर तक उज्मा को सुरक्षा प्रदान की और भारतीय सीमा पार करने के बाद उसने भारत की धरती को नमन किया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने कल उज्मा को स्वदेश लौटने की इजाजत देते हुए उसके मूल आव्रजन दस्तावेज भी उसे लौटा दिए थे। ये दस्तावेज उसके शौहर ताहिर अली ने अदालत को सौंपे थे।
उज्मा ने 12 मई को दाखिल अपनी याचिका में तत्काल स्वदेश जाने की अनुमति मांगी थी और कहा था कि भारत में पहली शादी से उसकी बेटी है जो थलेसीमिया से पीड़ित है।
वहीं, अली ने अदालत में याचिका दाखिल कर पत्नी से मुलाकात करने की इजाजत मांगी थी।
न्यायाधीश मोहसिन अख्तर कयानी ने दोनों याचिकाओं पर सुनवाई की और जिरह सुनने के बाद उज्मा को भारत लौटने की इजाजत दे दी।
उज्मा एक मई को पाकिस्तान गई थी और वह खबर पख्तूनख्वा प्रांत के सुदूर बुनेर जिले में पहुंच गई थी, जहां तीन मई को उसका निकाह अली से कर दिया गया था। उज्मा का आरोप है कि बंदूक के दम पर उसका निकाह अली से कराया गया था।
बाद में उसने इस्लामाबाद आकर भारतीय उच्चायोग में शरण ले ली थी।
( Source – PTI )