—विनय कुमार विनायक
इस मोबाइल ने चौबीस घंटे का समय भी
कम कर दिया आदमी का
इस मोबाइल ने भाई बहन के रिश्ते को भी
बेदम कर दिया आदमी का
इस मोबाइल ने अच्छाई से अधिक बुराई को
बढ़ावा दे दिया आदमी में
इस मोबाइल ने सारे रिश्ते नाते संबंधियों का
चढ़ावा ले लिया आदमी से
इस मोबाइल ने काहिल दुर्जन दुराचारी को
साधन संपन्न कर दिया
इस मोबाइल ने अच्छे भले सज्जन को भी
अपाहिज कृपण कर दिया!
यद्यपि इस मोबाइल से आदमी का बहुत आसान हुआ है जीना
रेल टिकट गैस सिलेंडर रकम निकासी लेन-देन मिनटों मे होना,
स्टेशन गैस गोदाम बैंक डाकघर के एटीएम तक ना आना जाना
पर मोबाइलधारी नर नारी बाल वृद्ध कहते समय मिलता कहाँ?
सच में इस मोबाइल ने आदमी से आदमियत छीन ली
इस मोबाइल ने आदमी को बदनीयत औ’ मलीन कर दिया
इस मोबाइल ने आदमी की भलमनसाहत को आहत किया
इस मोबाइल ने आदमी के अपनेपन को भी मर्माहत किया!
भले मोबाइल ने आदमी को बहुत अधिक लाभान्वित किया
मगर इस मोबाइल ने आदमी का बहुत अधिक अहित किया
ये मोबाइल है अबतक का सबसे अधिक उपयोगी आविष्कार
ये मोबाइल है आजतक का सबसे अधिक दुरुपयोगी हथियार!
इस मोबाइल को मानव जाति सबसे अधिक प्यार दिया
पर इस मोबाइल ने आदमी को झूठा व मक्कार बना किया
इस मोबाइल को सबसे अधिक मानवों ने अख्तियार किया
पर इस मोबाइल ने रिश्तेदार बीच दूरी व दीवार बना दिया!
इस मोबाइल का यूट्यूब झूठ बेचने का बड़ा औजार हो गया
फेसबुक वाट्सएप छद्म प्यार धोखाघड़ी का बाजार हो गया
इस मोबाइल ने सद्व्यवहार छीन कर व्यभिचार सिखा दिया
इस मोबाइल ने बेरोजगार को साईबर ठगी का रोजगार दिया!
इस मोबाइल ने काहिल जाहिल को भी धन्ना सेठ बना दिया
इस मोबाइल ने आदमी को आतंकी कमीना डकैत भी बना दिया
इस मोबाइल ने आदमी का हिंसा बलात्कार में पैठ बढ़ा दिया
इस मोबाइल ने फेसबुक वाट्सएप पर बेकार का चैट भी सिखाया
इस मोबाइल ने अवैध कर्म धर्मांतरण को परवान चढ़ा दिया
इस मोबाइल ने आदमी को इंसान से अधिक हैवान बना दिया
इस मोबाइल ने आदमी को वरदान से अधिक अभिशाप दिया
इस मोबाइल ने आदमी को पुण्य से अधिक पाप सिखा दिया!
इस मोबाइल ने रात औ’ दिन के बीच दूरी एकदम से समाप्त की
इस मोबाइल ने पति पत्नी को कुछ हद तक बकझक से राहत दी
इस मोबाइल ने आदमी के जीवन में काफी अधिक बदलाव किया
इस मोबाइल ने शादी संबंध में सहूलियत के बजाय बिखराव किया!
मोबाइल के जन्म पूर्व वैवाहिक बायोडेटा फोटो भेजा नहीं जाता था
दूर दूर से पिता सगे संबंधी के साथ वर वधू निरीक्षण को जाता था
कुल खानदान दिल का मिलान होता गोरे काले की लग जाती थी शादी
पर हर मोबाइल में वर वधू की रंग बदलती छाया से बात नहीं बढ़ पाती!
इस मोबाइल के आगे मानव के सारे रिश्ते नाते तुरंत घिस पीट जाते
इस मोबाइल से बात करते-करते मनमुटाव हो जाता, अंत हो जाते रिश्ते
इस मोबाइल से दूसरे के बनाए स्लोगन आदान-प्रदान से मन हो जाते खट्टे
इस मोबाइल से भेजे गए मैसेज के ग्रीन टीक नहीं होने से मन हक्के बक्के!
—विनय कुमार विनायक