पत्रकारिता के सिद्धांतों के रक्षक ‘अमिताभ अग्निहोत्री’

दीपक कुमार त्यागी

देश में पिछले कुछ वर्षों से आम जनमानस निरंतर चंद पत्रकारों व उनकी पत्रकारिता पर प्रश्नचिन्ह लगाने का कार्य कर रहा है, आम जनता को लगता है कि आज की पत्रकारिता के दौर में जनसरोकार के मुद्दे ना जाने कहां गायब हो गये हैं, जिसके चलते अब जनता के निशाने पर चंद राजनेताओं के साथ-साथ कुछ पत्रकार भी हैं। आज जिस तरह टीआरपी के लिए देश के अधिकांश मीडिया घरानों के द्वारा आम जनमानस के बेहद ज्वलंत मसलों को छोड़कर रोजाना सनसनी खेज ख़बरों को तरजीह दी जा रही है, वह स्थिति बेहद चिंताजनक है। ऐसे दौर में लोगों को जनसरोकार के मुद्दों पर निष्पक्ष व निर्भीक बेबाक होकर बात करने वाले पत्रकारों की याद आती है, आज के समय में जनता के इस मापदंड पर देश के दिग्गज पत्रकार ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ एकदम खरे उतरते हैं। वैसे तो हमारे देश में आम जनमानस व पक्ष-विपक्ष के बीच सियासत पर आयेदिन अक्सर चर्चा होती रहती है, लेकिन आजकल यह देखा जाता है कि सियासी चर्चा में पत्रकारिता जगत के लोगों का जिक्र अवश्य होता है, उन पर भी जन अदालत में सियासतदानों की तरह अब आरोप-प्रत्यारोप लगते हैं। वैसे देखा जाए तो आज के व्यवसायिक दौर में पत्रकारों पर अपने संस्थानों के हितों की पूर्ति के साथ-साथ सरकार, सिस्टम, राजनेताओं, पाठकों, दर्शकों व देश के आम जनमानस को संतुष्ट करने की एक बहुत बड़ी चुनौती है। आज के व्यवसायिक दौर में पत्रकारों पर बहुत ज्यादा दबाव हैं, जिसके चलते कुछ पत्रकारों ने तो पत्रकारिता के सिद्धांतों को ही तिलांजलि देकर के पक्ष-विपक्ष में बंटकर के अपनी-अपनी पसंद के राजनेताओं व राजनीतिक दलों के एजेंडे पर चलना शुरू कर रखा है, जो कि देश में निष्पक्ष पत्रकारिता के सिद्धांतों के हिसाब से उचित नहीं है। इस स्थिति के चलते ही जन अदालत में आयेदिन पत्रकार व पत्रकारिता की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह खड़े होने का कार्य हो रहा हैं, देश के चंद बेहद ताकतवर पत्रकारों के द्वारा पत्रकारिता के सिद्धांतों से समझौता करने के चलते आम जनमानस के बीच पत्रकारों की छवि खराब होने का कार्य हो रहा है, जबकि आज भी देश में ईमानदारी से पत्रकारिता करने वाले लोगों की जमात हर स्तर पर मौजूद है। संतोषजनक बात यह है कि पत्रकारिता के इस बेहद व्यवसायिक दौर में भी देश में कुछ ऐसे विश्वसनीय चर्चित चहरे मौजूद हैं, जो कि पूर्ण रूप से जन सरोकारों के मुद्दों को उठाते हुए निष्पक्ष व निर्भीक होकर एक पत्रकार व पत्रकारिता के सिद्धांतों की रक्षा के अपने दायित्व का निर्वहन बेखौफ होकर धरातल पर पूर्ण ईमानदारी व निष्ठा के साथ ध्वजवाहक बनकर कर रहे हैं।

‘उनमें से एक नाम देश के दिग्गज बेबाक वरिष्ठ पत्रकार ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ का भी है, फिलहाल वह देश की बेहद ताकतवर हो चुकी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के एक न्यूज चैनल से परामर्श संपादक (कन्सल्टिंग एडीटर) के रूप में जुड़े हुए हैं। उन्होंने निष्पक्ष, निर्भीक, बेहद दमदार, बेबाक अंदाज वाली अपनी शैली के बलबूते, दर्शकों के बीच आम आदमी के दुःख दर्द को दमदार ढंग से टीवी पर उठाने वाले एक पूर्णतः निष्पक्ष पत्रकार की अपनी छवि बनाने का कार्य किया है। आज देश में जिस तरह की पक्ष-विपक्ष की पत्रकारिता का दौर चल रहा है, उस काल खंड में वरिष्ठ पत्रकार ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ देश के आम जनमानस के बीच पूर्णतः निष्पक्ष पत्रकारिता के रक्षक व ईमानदार योद्धा माने जाते है, पत्रकारिता के क्षेत्र में हर वर्ष आने वाले युवाओं को उनसे सीखना चाहिए।’

वैसे भी हमारे देश में पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है और पत्रकारों पर इस स्तंभ के सिद्धांतों की रक्षा करने का दायित्व हमेशा से ही माना जाता है, लेकिन अफसोस आज शीर्ष पर बैठे हुए चंद पत्रकारों ने इस छवि को बट्टा लगाने का कार्य किया है। वहीं पत्रकारिता जगत के दिग्गज ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों के निर्वहन के इस महत्वपूर्ण दायित्व का अक्षरशः पूर्ण ईमानदारी के साथ निरंतर सफलता पूर्वक निर्वहन करने का कार्य कर रहे हैं। उनका राजनीतिक-सामाजिक विश्लेषण, केन्द्र व राज्य सरकारों की नीतियों का ज्ञान, सरकारी व ग़ैर सरकारी संस्थानों, राजनीतिक दलों, राजनेताओं, अधिकारियों व आम जनमानस के बारे ज्ञान और विश्लेषण बहुत ही काबिलेतारिफ है। वह देश के आम जन से जुड़े हुए विभिन्न प्रकार जनसरोकार के मसलों को न्यूज़ चैनल के कार्यक्रमों के माध्यम से बेहद दमदार ढंग से उठाकर के देश के नागरिकों के हक की लड़ाई को निरंतर लड़ने का कार्य कर रहे है। उन्होंने देश की सत्ता में बैठे लोगों व विपक्ष दोनों को ही बिना किसी पूर्वाग्रह के निष्पक्ष रूप से आइना दिखाने का कार्य हमेशा किया है। उनका देश को अपने आक्रामक बेबाक अंदाज में सच्चाई बताने का तरीका हमेशा पूर्णतः निष्पक्ष और बेहद संतुलित होता है। वह हमेशा अपने कार्यक्रम में मौजूद पक्ष-विपक्ष के राजनेताओं की आवाज़ को हमेशा बराबरी का मौका देने का प्रयास करते हैं।
आज के टीआरपी के खेल के दौर में भी देखा जाये तो ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जगत के एक ऐसे सफल बड़े ब्रांड बन गये हैं, जिनकी बातों को देश-विदेश के दर्शकों का एक बहुत बड़ा वर्ग टीवी के माध्यम से अवश्य सुनना चाहता है, आज देश के आम जनमानस के बीच उनकी छवि की विश्वसनीयता का आलम यह है कि दर्शकों का एक बड़ा वर्ग उनकी बातों पर आंख मूंद कर विश्वास करता है, पत्रकार के रूप में यह उनके जीवन की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिसको हमेशा कायम रखने के लिए ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ अपने निराले अंदाज में लगातार प्रयास करते रहते हैं।

‘अमिताभ अग्निहोत्री’ की निष्पक्ष पत्रकारिता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने हमेशा बेहद दमदार ढंग से जनहित के मुद्दों पर सरकारों को जन अदालत में कटघरे में खड़ा करके निष्पक्ष रूप से घेरने का कार्य किया है। अपनी इस शैली के बलबूते ही वह देश के आम जनमानस के साथ-साथ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पक्ष-विपक्ष के बहुत सारे दिग्गज राजनेताओं व हमारे सिस्टम को चलाने वाले ताकतवर लोगों के बीच भी बेहद लोकप्रिय है, लोगों का बड़ा वर्ग उनकी निष्पक्ष पत्रकारिता का मुरीद है। देश के पत्रकारिता जगत में भी ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ की एक अलग छवि बनी हुई है, पत्रकारिता जगत में उनको चुनौतियों को स्वीकार करके कुछ नया करने का जज्बा रखने वाला एक निड़र निष्पक्ष पत्रकार माना जाता है। ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ की कार्यशैली देखें तो वह अपनी पत्रकारिता पर कभी भी निजी संबंधों को हावी नहीं होने देते हैं। उनकी पत्रकारिता की सबसे बड़ी खूबी यह है कि उन्होंने ना तो कभी किसी उधोगपति, ना तो कभी किसी राजनेता, ना किसी राजनीतिक दल, ना किसी जाति-धर्म विशेष व ना किसी अन्य की विचारधारा को अपनी पत्रकारिता पर कभी भी किसी भी रूप में हावी नहीं होने दिया है। ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ की कार्यशैली से यह स्पष्ट परिलक्षित होता है कि वह पत्रकारिता को जनसेवा का एक ऐसा सशक्त माध्यम मानते हैं जिसके द्वारा वह पूर्ण ईमानदारी से देश व समाज हित की, देश के जरूरतमंद लोगों की बात को उठाने का कार्य करते हैं। आज हम देशवासियों का भी यह दायित्व है कि हम ‘अमिताभ अग्निहोत्री’ जैसे निष्पक्ष, निर्भीक व जन सरोकार की पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के साथ खड़े होकर उनकी आवाज को हमेशा बुलंद रखें, चाहें वह जिला स्तर के पत्रकार हो या राष्ट्र स्तर के पत्रकार हो, सभी की पूर्ण रूप से सुरक्षा करना ईमानदार जनता का दायित्व है।

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