सांझी विरासतों का देश है भारत: बहादुर शाह, अशफाक उल्लाह, बेगम हजरतमहल, कलाम जैसे देशभक्तों की जरूरत, जिन्ना जैसे गद्दारों की नहीं: इंद्रेश कुमार

आर आर एस के वरिष्ठ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा है कि भारत के हिन्दू और मुस्लिम परम्परों एवं पूर्वजों से एक हैं। यह देश बहादुर शाह जफर, अशफाक उल्लाह खाँ, बेगम हजरत महल जैसे देशभक्त स्वतंत्रता सेनानियों का है, कलाम जैसे वैज्ञानिकों का है। जिन्ना और जिन्ना जैसी मानसिकता रखने वालों की देश में जरूरत नहीं है, उनका पूर्ण बहिष्कार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन्ना और मुस्लिम लीग ने हमारे प्यारे मादरे वतन के टुकड़े कराये और हमें आपस में लड़ाया। ऐसे लोगों को देशभक्त और अच्छा इंसान कहा जाना पाप है।

संघ नेता ने कहा कि देश को कलाम जैसे जोड़ने वालों की की जरूरत है, जिन्ना जैसे गद्दारों की नहीं। एमआरएम के संरक्षक ने वाराणसी में हिन्दू और मुस्लिमों की विशाल जनसंगोष्ठी में यह बातें कही। कार्यक्रम का आयोजन विशाल भारत संस्थान, मुस्लिम महिला फाउण्डेशन एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। जनसंगोष्ठी बनारास के “इन्द्रेश नगर” के “सुभाष भवन” में हुई थी। संघ नेता ने कहा कि भारत के हिन्दु-मुस्लिम अगर अपने पूर्वजों का इतिहास पढ़ें तो सांझा सांस्कृतिक विरासत और मजबूत होगी। कुँअर नवल सिंह उर्फ दीनदार खाँ का इतिहास साँझा विरासत का एक प्रमाण है। दीनदार ख़ाँ साँझा इतिहास के नायक हैं जिनके बारे में जानना सबको आवश्यक है।

इंद्रेश कुमार ने चीन की आलोचना करते हुए कहा कि चीन हमारे खेत खलिहान, जमीन पर कब्जा करना चाहता है। पहले ही हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा करके बैठा है। जो चीन को सबक सीखाये उसे हमारा समर्थन जरूर होना चाहिये। ऐसा पाकिस्तान जो हमारे मुल्क में बम फोड़े, निर्दोशों की जान ले, ऐसे पाकिस्तान से जो हमारी सुरक्षा करे उसको हमारा समर्थन होना चाहिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के मुस्लिमों को मदरसों में एक हाथ में कुरआन और दूसरे में कम्प्यूटर की बात कही है, जो हमें दीन दे, तालीम दे, तरक्की दे उसको समर्थन मिलना चाहिये।

इस मौके पर मुस्लिमों को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने वालों का साथ दें। इंद्रेश कुमार ने कहा कि एक समय जब यूपी में समाजवादी की निक्ममी सरकार थी तब रोजाना दंगे होते थे। मुस्लिम महिलाएं मासूम बच्चों समेत बेघर हो जाती थीं। असमाजिक तत्व दिन दहाड़े इज्जत लूटते थे, कोई मदद नहीं करता था। आज एक मजबूत सरकार है, अब दंगे नहीं होते। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से जुड़े मुद्दे पर संघ नेता ने कहा कि हमारे देश में पहले करोड़ों ऐसे लोग थे जिनके घर यदि कोई बीमार पड़ता था तब पैसे के अभाव में मजबूरन चिकित्सालय नहीं जापाते थे। आज की सरकार ने देश की अवाम को आयुष्मान योजना का कार्ड दिया। अब बीमार होने पर इलाज की चिंता नहीं रहती।

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