भारत और पाकिस्तान ने कई महीनों से रूकी हुई वार्ता को आज बहाल करते हुए आतंकवाद को समाप्त करने एवं मुम्बई आतंकी हमलों के मुकदमों को तेज करने में सहयोग करने के साथ अगली वार्ता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के नेतृत्व में नयी दिल्ली में करने का निर्णय लिया है। इस बैठक में आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ दक्षिण एशिया से आतंकवाद को समाप्त करने में सहयोग करने पर सहमत हुए। मोदी और शरीफ ने एक वर्ष से भी अधिक समय के अंतराल पर हुई पहली द्विपक्षीय वार्ता के तहत यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक से इतर करीब एक घंटे तक बैठक की और दोनों देशों के जुड़े मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा की। वहीं प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में अगले साल होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के शरीफ के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
विदेश सचिव एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज नयी दिल्ली में बैठक कर आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। दोनों देश मुम्बई पर आतंकी हमले के मुकदमे को तेज करने के रास्तों पर चर्चा करने और साथ ही आवाज के नमूनों उपलब्ध कराने सहित अतिरिक्त सूचना प्रदान करने पर भी सहमत हुए।
संयुक्त बयान के अनुसार,यह बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय हितों के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
मोदी और शरीफ के बीच पिछली द्विपक्षीय वार्ता पिछले साल मई में नयी दिल्ली में उस समय हुई थी जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आए थे। पिछले वर्ष नवंबर में नेपाल की राजधानी काठमांडू में दक्षेस शिखर सम्मेलन में दोनों के बीच केवल अभिवादनों का आदान-प्रदान हुआ था।
दोनों देशों के विदेश सचिवों ने संयुक्त बयान को पढ़ते हुए कहा कि बैठक के दौरान आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा चर्चा का मुख्य बिन्दू रहा और दोनों पक्ष दक्षिण एशिया से आतंकवाद को समाप्त करने में एक दूसरे से सहयोग करने पर सहमत हुए। वे इस बात पर सहमत हुए कि शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए भारत और पाकिस्तान की संयुक्त जिम्मेदारी है। ऐसा करने के लिए दोनों देश सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
दोनों देश बीएसएफ महानिदेशक और पाकिस्तान रेंजर्स के महानिदेशक के बीच जल्द बैठक बुलाने और इसके बाद महानिदेशक मिलिट्री आपरेशन (डीजीएमओ) स्तरीय वार्ता पर सहमत हुए। दोनों देशों ने 15 दिन के भीतर एक दूसरे के यहां हिरासत में रखे गए मछुआरों और पकड़ी गई नौकाओं को छोड़ने का निर्णय किया। दोनों पक्ष पांच सूत्री कदम उठाये जाने के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक तंत्र बनायेंगे।
इस पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरीफ की आगवानी की और दोनों देशों के नेताओं ने बहुत ही गर्मजोशी से एक दूसरे से हाथ मिलाया।