सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोले गये 38 लाख से अधिक खाते
नई दिल्ली,। देश के विभिन्न डाकघरों में अब तक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 38 लाख से अधिक खाते खोले जा चुके है। बालिकाओं के कल्याण हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस साल 22 जनवरी को हरियाणा के पानीपत में सुकन्या समृद्धि खाता नामक एक नई लघु बचत योजना का शुभारंभ किया था।
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में यह जानकारी देते हुये बताया कि इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक संख्या में बालिकाओं को इस बेहतरीन योजना का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से डाक विभागने देशभर में एक करोड सुकन्य समृद्धि खाते खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उन्होंने कहा कि बालिकाओं के लाभार्थ शुरू की गई नई लघु बचत योजना सुकन्य सृमद्धि खाता योजना के तहत खाता, बालिका के जन्म से 10 वर्ष की आयुतक ही खुलवाया जा सकता है। इस योजना के प्रारंभ होने से एक वर्ष पूर्व 10 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुकी बालिकाएं भी सुकन्या समृद्धि खाता के अंतर्गत खाता खुलवाने की पात्र है। इस योजना के तहत खाता खोलने के लिये न्यूनतम अपेक्षित राशि एक हजार रूपये है:इसके बाद जमाकी जाने वाली राशि 100 रूपये के गुणक में होनी चाहिये।
प्रसाद ने बताया कि इस योजना के तहत किसी एक वित्तीय वर्ष के दौरान न्यनतम 1000 रूपये की राशि जमा की जायेगी, परन्तु किसी एक वित्तीय वर्ष के दौरान एक बार में अथवा एकाधिक बार में किसी एक खाते में जमाकी गई कुल राशि 1.5 लाख से अधिक नहीं होगी।सुकन्या समृद्धि खाते के तहत किये निवेश को आयकर कानून की धारा 80 सी के तहत कवर किये जाने का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि इस खाते के तहत अंतर्गत संचित राशि के 50 प्रतिशत:कुल राशि का आधाः का आहरण बालिका की उच्च शिक्षा अथवा 18 वर्ष की आयु होने पर विवाह के लिये किया जा सकता है। 21 वर्ष पूरे होने के उपरांत इस खाते को बंद कराया जा सकता है। इसके अलावा इस खाते को देश में किसी भी स्थान पर हस्तांतरित करवाया जा सकता है।