नई दिल्लीः प्रदूषण की चपेट में दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के तमाम शहर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन 65 शहरों में प्रदूषण के स्तर की मशीनों से निगरानी की जा रही है, उनमें से 60 की हवा खराब पाई गई है।

सिर्फ पांच शहर ही ऐसे पाए गए हैं, जिनमें हवा की गुणवत्ता संतोषजनक है। एक भी शहर ऐसा नहीं है, जहां हवा की गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में दर्ज की गई हो। सीपीसीबी ने 11 नवंबर को देश के 65 शहरों की हवा की गुणवत्ता का सूचकांक जारी किया है। यह सूचकांक पिछले 24 घंटों की हवा की गुणवत्ता का विश्लेषण करके तैयार किया गया है। इनमें पांच शहर तिरुपति, विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश), तिरुवनंतपुरम (केरल), सिलिगुड़ी (पश्चिम बंगाल) तथा चंदरपुर (महाराष्ट्र) ऐसे हैं, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से नीचे रहा। यानी हवा की गुणवत्ता की श्रेणी संतोषजनक दर्ज की गई। यदि यह सूचकांक 50 से नीचे रहता तो हवा की गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में आती है, लेकिन इन 65 शहरों में ऐसा कोई नहीं है। संतोषजनक श्रेणी की हवा गुणवत्ता में सिर्फ संवेदनशील लोगों को ही सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

स्वस्थ लोगों को कोई दिक्कत नहीं होती। इन शहरों में कुल 123 निगरानी केंद्रों की स्थापना की गई है। इनमें सबसे ज्यादा दिल्ली में 35, बेंगलुरु में 10, हैदराबाद में छह, लखनऊ में चार, चेन्नई में तीन, नोएडा, कोलकात्ता, जयपुर, हावड़ा तथा चंदरपुर में दो-दो केंद्र शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर शहरों की वायु गुणवत्ता खराब दर्ज की गई है। .