नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि जनता ने केंद सरकार पर विश्वास किया था लेकिन सरकार इस पर खरी नहीं उतर पाई। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता शशि थरूर की किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ के विमोचन के मौके पर यह बातें कहीं। उन्होंने साम्प्रदायिक, भीड़ और गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश के विश्वविद्यालयों का माहौल और सीबीआई जैसे संस्थानों की साख इस सरकार के कार्यकाल में काफी गिरी है।

मनमोहन ने आगे कहा कि झूठे वादों के बल पर यह सरकार बनी। साथ ही पिछले चार साल में सरकार ने अपने मतदाताओं के भरोसे को तोड़ा है। सीबीआई में मचे घमासान का जिक्र करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि सरकार किस तरह से चीजों को मैनेज कर रही है, तभी तो सीबीआई के शीर्ष दो अफसरों को रातोंरात छुट्टी पर भेज दिया गया।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें उच्चतम स्तर पर हैं। सरकार ने भारत के लोगों को कम कीमतों का लाभ देने की बजाय अत्यधिक उत्पाद शुल्क से मुनाफा कमाना उचित समझा।