हॉवर्ड ने रेडक्लिफ फैलोशिप के लिए दो भारतीयों को किया नामित
वॉशिंगटन, । हॉवर्ड विश्वविद्यालय ने प्रतिष्ठित रेडक्लिफ फैलोशिप के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान एवं दिल्ली विश्वविद्यालय से दो भारतीयों को नामित किया है।इस संबंध में एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय विज्ञान संस्थान की शिवानी अग्रवाल और दिल्ली विश्वविद्यालय के महाराजा पंडित उन 50 शोध छात्रों, वैज्ञानिकों और कलाकारों में शामिल हैं जो सितंबर 2015 से रेडक्लिफ इंस्टीट्यूट में एक साल की सदस्यता शुरू करेंगे।
शिक्षकों के लिए बेहद प्रतिष्ठित मानी जाने वाली इस सदस्यता के लिए इस वर्ष केवल तीन प्रतिशत आवेदकों को स्वीकृति दी गई। विलियम एंड फ्लोरा हेवलेट फाउंडेशन की शोधार्थी शिवानी को बड़े आंकड़ों के दौर में चयन करने की कला सीखने के लिए चुना गया है। हार्डी के शोधार्थी पंडित को हिमालय में जीवन से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है।रेडक्लिफ इंस्टीट्यूट की डीन लीजाबेथ कोहेन ने कहा, ”इन नवोन्मेषी विचारकों को समय, स्थान एवं बौद्धिक स्तर पर प्रोत्साहित करना सम्मान की बात है ताकि वे कुछ इस तरह अपना सर्वश्रेष्ठ काम कर सकें जो अकसर अपेक्षाओं एवं अनुशासनात्मक सीमाओं से परे होता है।’’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘‘रेडक्लिफ के शोध छात्र के रूप में वे निश्चित रूप से असामान्य सहयोग विकसित करेंगे, अप्रत्याशित जोखिम उठाएंगे और नए विचार पैदा करेंगे।’’