नई दिल्ली, मध्य प्रदेश के हरदा में हुए रेल हादसे में अब तक 28 लोगों के मरने की पुष्टि केंद्रीय रेल मंत्रालय ने की हैI मरने वालों में 11 महिलाएं, 11 पुरुष व 5 बच्चे हैं। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को दो लाख, घायलों को 50 हजार और सामान्य घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। हादसे पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। दुर्घटना पर केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज संसद में बयान देंगे। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए है और मध्य जोन के रेलवे कमिश्नर सेफ्टी को दुर्घटना की जांच सौप दी गयी है।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार बारिश के चलते मध्य प्रदेश की माचक नदी में पानी अचानक बढ़ गया और नदी पर बना रेलवे पुल धंस गया I परिणामस्वरूप मुंबई से वाराणसी जा रही कामायनी एक्सप्रेस और जबलपुर से मुंबई जा रही जनता एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिया से गुजरते वक्त कामायनी के 11 और जनता एक्सप्रेस के पांच डिब्बे व इंजन पुलिया धंसने से नदी में गिर गए। इन बोगियों में चार सौ से अधिक यात्री सवार थे। हादसे की वजह से 35 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। दुर्घटना के कारन अब तक 28 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। गृह मंत्रालय ने ३५ सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम को रहत और बचाव के लिए भेजा है I