अमेरिका की व्यापार एवं विकास एजेंसी (यूएसटीडीए) ने कोलकाता और लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों की संचालन क्षमता विकसित करने के लिये भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के साथ आपसी सहमति के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। यह ज्ञापन इन हवाईअड्डों की 20 साल की मास्टर योजना को समर्थन देते हुये किया गया है।
अमेरिका की व्यापार और विकास एजेंसी ने कहा है कि भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने इन हवाईअड्डों की मास्टर योजना के लिये सिनसिनाटी स्थित लैंड्रम एण्ड ब्रॉन (एल एण्ड बी) का चयन किया है। कंपनी एएआई के नेटवर्क में आने वाले इन हवाईअड्डों में आने वाले समय में बढ़ने वाली मांग को ध्यान में रखते हुये उनके विकास के वहनीय और पर्यावरण के अनुकूल तौर तरीके इसमें शामिल करेगी।
यूएसटीडीए के कार्यवाहक निदेशक थामस आर हार्डी ने कहा, ‘‘हम इस महत्वपूर्ण परियोजना को समर्थन देते हुये प्रसन्न हैं। इससे भारत में विमानन क्षेत्र की तीव्र वृद्धि को काफी समर्थन मिलेगा। यह अमेरिका के कारोबारी समुदाय को नई निर्यात संभावनाओं के साथ जोड़ेगा।’’ अमेरिका-भारत विमानन सहयोग कार्यक्रम के तहत यूएसटीडीए इस तरह की अनेक गतिविधियों को समर्थन दे रहा है। इन गतिविधियों से भारत के बढ़ते विमानन क्षेत्र को मदद मिलेगी। भारत का नागरिक उड्डयन क्षेत्र वर्ष 2020 तक दुनिया का तीसरी बड़ा बाजार होगा और 2030 तक संभवत: यह दुनिया का सबसे बड़ा उड्डयन बाजार होगा।
( Source – PTI )