नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्प के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद येदियुरप्पा ने आज सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेली। येदियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। पहले दो बार 3 साल 2 महीने तक सीएम रहे। कभी गठबंधन टूटने की वजह से तो कभी भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें गद्दी छोडनी पड़ी।येदियुरप्पा (75) ने भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेताओं और नवनिर्वाचित विधायकों के बीच कन्नड़ भाषा में शपथ ली। इससे पहले राजभवन आते वक्त येदियुरप्पा ने रास्ते में राधा-कृष्ण मंदिर में दर्शन पूजन किया। शपथ ग्रहण समारोह के बाद सदन में बहुमत साबित करने की तारीख का ऐलान कर सकते हैं। आपको बता दें कि नाटकीय घटनाक्रम के बाद यदुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली है। इस दौरान राजभवन के बाहर बड़ी संख्या में बीजेपी के समर्थक पहुंच गए हैं। इस दौरान बीजेपी के समर्थकों ने वंदे मातरम और मोदी-मोदी के नारे लगाए।आपको बता दें कि पूरी रात सुप्रीम कोर्ट में चले बहस के बाद कोर्ट ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर बीएस येदुरप्पा के शपथ ग्रह समारोह पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। भारत के इतिहास में दूसरी बार सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे आधी रात को खुले रहे। इससे पहले आतंकी याकूब मेमन की फांसी की सजा को लेकर आज से तीन साल पहले आधी रात को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी।न्यायाधीश ए.के. सीकरी के नेतृत्व वाली पीठ ने कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक वाली याचिका पर येदियुरप्पा से जवाब मांगा है। इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को सुबह 10. 30 बजे होगी।गौरतलब है कि राज्यपाल वजुभाई वाला ने भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया था, जिसके खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया था। इस पर न्यायालय ने देर रात सुनवाई शुरू की। राज्यपाल ने येदियुरप्पा को बहुमत सिद्ध करने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। कर्नाटक में 222 सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें से भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं।