
दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुलंदशहर बाईपास पर कार रोककर और उसमें से एक महिला और उसकी बेटी को खींचकर सामूहिक दुष्कर्म करने वाले लुटेरों की तलाश में पुलिस ने व्यापक अभियान छेड़ दिया है। मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है और मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गयी है।
एनएच-91 पर जा रहे नोएडा के परिवार के साथ शुक्रवार को हुए इस भयावह हादसे के बाद पूरे देश में आका्रेश का माहौल है और विपक्षी दलों ने आज अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में ‘गुंडा राज’ अपने चरम पर है।
आलोचनाओं से घिरे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वारदात को बेहद गम्भीरता से लेते हुए बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को घटना के दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घण्टे की मोहलत दी है। उन्होंने इलाके के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव, गृह, देवाशीष पांड और पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को भी मामले पर नजर रखने का निर्देश दिया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि मामले में दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के माध्यम से ऐसी सजा दिलायी जाए कि भविष्य में कोई भी ऐसा दु:साहस करने के बारे में सोच भी ना सके।
बुलंदशहर के एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि विशेष कार्य बल के 15 दलों को काम पर लगाया गया है और आरोपियों की तलाश में बुलंदशहर, मेरठ तथा अन्य जिलों में और दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की जा रही है।
( Source – पीटीआई-भाषा )