
घाटी के कुछ हिस्सों में आज भी कफ्र्यू जारी रहने और बाकी हिस्सों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंध लागू रहने से जनजीवन लगातार 24वें दिन अस्त-व्यस्त रहा।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शहर के पांच पुलिस थाना क्षेत्रों और अनंतनाग शहर में कफ्र्यू लगा रहा। पूरे कश्मीर में चार या इससे ज्यादा लोगों के एक स्थान पर जुटने पर प्रतिबंध जारी रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीनगर के सिर्फ पांच पुलिस थाना क्षेत्रों – नौहाटा, खान्यार, रैनावाड़ी, सफाकदल और महाराजगंज में कफ्र्यू लगा हुआ है।’’ विरोध प्रदर्शनों के दौरान नागरिकों की मौतों के खिलाफ अलागवादियों की ओर से बुलाई गई हड़ताल के कारण लगातार 24वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ। ये विरोध प्रदर्शन आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के हाथों हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद शुरू हुए थे।
घाटी में दुकानें, स्कूल, कॉलेज, कारोबारी प्रतिष्ठान और निजी दफ्तर बंद रहे जबकि सार्वजनिक यातायात सड़कों से गायब रहा। हिंसा से जूझ रही घाटी में 49 लोग मारे जा चुके हैं और 5600 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अब भी निलंबित हैं जबकि सभी नेटवर्कों की पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। प्रीपेड कनेक्शनों पर इनकमिंग कॉल की सुविधा भी बहाल कर दी गई है लेकिन इन नंबरों से फोन किए नहीं जा सकते।
अलगाववादियों के खेमे ने कश्मीर में बंद की अवधि को पांच अगस्त तक बढ़ा दिया है। इस खेमे ने शुक्रवार को हजरतबल दरगाह के लिए मार्च का आह्वान किया है।
( Source – पीटीआई-भाषा )