आरटीआई कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या
बहराइच,। जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद है। इसका अंदाजा हरदी थाना क्षेत्र के हरदीगौड़ा गांव में आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर की गई नृशंस से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। आरोप है ये हत्या गांव के ही ग्राम प्रधान अपने भाई व गुर्गे के साथ मिलकर की है। अपहरण के दौरान विरोध करने पर महिलाआंें व बच्चों को भी चारपाई में बांधकर जमकर पीटा गया है। मामलें में हरदी थानाध्यक्ष पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगा है। ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक ने जांच कर कठोर कार्यवाही की बात कही। प्राप्त समाचार के अनुसार हरदी थाना क्षेत्र में हरदी गौड़ा गांव निवासी गुरूप्रसाद शुक्ला 42 पुत्र रामदेव आईटीआई कार्यकर्ता व आप पार्टी के ब्लाक संयोजक थे। जो कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ते थे। इन्होने अपने गांव में कराएं गए विकास कार्याें की आरटीआई के तहत रिपोर्ट मांगी थी। जिसमें कई खामियां मिली थी। जिसके चलते जांच शुरू हो गई। जिसमें एक बिंदु पर डीपीआरओ ने जांच कराई। बाकी बिंदू पर जांच भी नही कराई गई। आरोप है जब से जांच शुरू हुई थी तभी से ग्राम प्रधान द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। बताया जा रहा है कि ग्राम प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तीन माह धरने पर भी बैठे थे। परिजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह गा्रम प्रधान अपने भाई व गुर्गे के साथ लाठी, डंडा व बांका लेकर घर में जबरन घुस गए और गुरूप्रसाद को घर से निकालकर जनसूचना की कार्यवाही को वापस लेने को कहने लगे। जब वह मना कर दिए तब गा्रम प्रधान व उनके साथी द्वारा उनको घर से बाहर ले जाया जाने लगा। जिसका विरोध परिजनों ने किया तो सभी ने मिलकर परिजनों को घर में रखे चारपाई में बांधकर लाठी डंडों से खूब पीटा और गुरूप्रसाद को उठाकर घर के पास ही एक खण्हर में ले जाकर हत्या करने क मक्शद से लाठी, डंडा व बांका से मारने पीटने लगे। जब उनको लगा कि अब मर गया। तब सब छोड़कर भाग गए। परिजनों ने आनन फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल बहराइच लाया। जहां पर एक घंटे उपचार होने के बाद मौत हो गई। मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। सभी ने जमकर नारेबाजी की। हंगामा करने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही र्माैके पर कानूनगोपुरा पुलिस पहुची। जहां पर मामले को बिगड़ता देख अपने आलाधिकारियो को घटना की सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक जिला अस्पताल पहुचे। जहां पर उनको देख लोग और भड़क गए। सब पुलिस के खिलाफ नारेाबाजी करना शुरू कर दिए। मामला काफी बिगड़ता देख नगर कोतवाल को दल बल के साथ बुलाया गया। जिला अस्पताल में लगभग दो घंटे अफरा तफरी मची रही। लोग सुजौली थानाध्यक्ष को हटाने की मांग कर रहे थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक नेहा पाण्डेय भी जिला अस्पताल पहुची। जहां पर परिजनों को आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच कर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
इनसेट में पुलिस ने बंद किया फोन – जिला अस्पताल में परिजनों ने चिल्ला चिल्लाकर अपर पुलिस अधीक्षक के सामने कहा कि जब मै इस घटना की जानकारी देने के लिए सुजौली थाने के नम्बर पर फोन किया तो पहले तो घंटी बजती रही लेकिन फोन नही उठा। उसके बाद मोबाइ्रल बंद कर दिया।
पुलिस पर रूपये लेने का आरोप – परिजनों का आरोप है कि थानाध्यक्ष हत्या की साजिश में शामिल है। उन्होने मोटी रकम ली है। उन्हे तत्काल थाने से हटाया जाए और उनके उपर भी कार्यवाही की जाएं ।आप का लड़का होता तो क्या करते – जिला अस्पताल में भड़के हुए परिजनों को जब ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक समझा रहे थे तब परिजनों ने उनसे पूछा कि अगर आप का लड़का होता और लड़के की हत्या कर दी गई होती तो आप क्या करते।
100 मीटर कदम की दूरी पर है थाना – परिजनों ने की माने तो जहां पर हत्या की गई है। उससे 100 मीटर दूरी पर ही थाना है। सभी ने घटना को अंजाम देने के बाद थाने में घुस गए। क्या कहते है ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक – जब इस संबध में अपर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश पाण्डेय से बात की गई तो उन्होने कहा कि हत्या का मामला सामने आया है। जांच कर कठोर कार्यवाही की जाएगी।