
हत्या के एक मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा जमानत रद्द किये जाने के बाद राजद के विवादित नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन आज 20 दिन बाद वापस सलाखों के पीछे पहुंच गये। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके समर्थक ‘‘उन्हंे सबक सिखाएंगे।’’ शीर्ष अदालत के आदेश के कुछ घंटों बाद शहाबुद्दीन ने न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी संदीप कुमार की अदालत के सामने आत्मसमर्पण किया। उनका चेहरा ढका था क्योंकि वे हेलमेट पहनकर एक मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर अदालत पहुंचे ।
शहाबुद्दीन 11 साल जेल में रहने के बाद 10 सितंबर को जेल से बाहर निकले थे।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी माने जाने वाले शहाबुद्दीन ने अदालत परिसर में अपने समर्थकों की तालियों के बीच कहा, ‘‘मेरे समर्थक अगले चुनाव में उन्हें :कुमार: सबक सिखाएंगे।’’ उन्होंने अदालत में पेश होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उस सच के साथ खड़ा हूं जो मैंने उनके बारे में कहा था :परिस्थितियों के मुख्यमंत्री:.. मुझे आज सच बोलने में कोई दिक्कत नहीं है।’’ बिहार सरकार ने शीर्ष अदालत में वर्ष 1996 से 2008 तक सीवान से चार बार के सांसद रहे शहाबुद्दीन की रिहाई का विरोध किया था।
सीजेएम अदालत ने आज उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। जिला मजिस्ट्रेट महेंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार के नेतृत्व में जिला पुलिस ने शहाबुद्दीन को हिरासत में लिया। इसके बाद उन्हें सीवान संभागीय जेल ले जाया गया।
इससे पहले डीएम और एसपी के नेतृत्व में जिला प्रशासन शीर्ष अदालत के आदेश के अनुरूप उन्हें हिरासत में लेने उनके प्रतापपुर गांव स्थित शहाबुद्दीन के घर पहुंचा लेकिन सफल नहीं हो सका।
शहाबुद्दीन उन्हंे चकमा देकर हेलमेट पहनकर मोटरसाइकिल के पीछे वाली सीट पर बैठकर सीवान अदालत पहुंचे और उन्होंने आत्मसमर्पण किया।
( Source – पीटीआई-भाषा )