नई दिल्ली: भारत एक बार फिर से भारत से तेल खरीदने की प्रतिक्रिया शुरू कर सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत-ईरान के बीच समझौता हो सकता है। इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच में रूपये के माध्यम से सौदा संभव हो सकेगा। अगर यह समझौता हुआ तो भारत को ईरान से कच्चा तेल खरीदने के लिए डॉलर पर निर्भर होने की जरूरत नहीं रहेगी।भारत रुपये के माध्यम से ईरान को भुगतान कर कच्चा तेल खरीद सकेगा। इस समझौते के बाद भारत को बड़े स्तर पर फायदा हो सकता है। आपको बताते चले कि इस समझौते के जरिए ईरान से खरीदे जा रहे कुल कच्चे तेल की कीमत का आधा पैसा ही भारत को देना होगा। बाकी आधी रकम के बदले भारत ईरान में अपने उत्पाद का निर्यात कर सकेगा।ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लगे एक महीने से अधिक समय हो चुका है। इस प्रतिबंध के चलते दुनिया का कोई भी देश ईरान से ट्रेड नहीं कर सकता है। भारत और चीन ईरान के सबसे बड़े ट्रेडिंग पार्टनर हैं और ईरान पर प्रतिबंध में भारत और चीन समेत कुल 8 देशों को कारोबार बंद करने के लिए 6 महीने की मोहलत मिली है।

आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर प्रतिबंध का ऐलान करते हुए पूरी दुनिया को धमकी देते हुए कहा है कि 4 नवंबर के बाद यदि कोई देश ईरान से कच्चा तेल खरीदता है तो सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं।ट्रंप ने मई में अमेरिका को 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते से अलग कर लिया था और उस पर फिर से प्रतिबंध लगाए। ट्रंप ने ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को 4 नवंबर तक अपना आयात घटाकर शून्य करने के लिए कहा था।