चुनाव आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही गोवा फॉरवर्ड पार्टी को आज ‘नारियल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया।
चुनाव आयोग ने गोवा के मुख्य चुनाव अधिकारी को एक सूचना में बताया कि 1968 के चुनाव चिह्न आदेश के पैरा 10 बी के प्रावधानों के तहत यह चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है।
गोवा फॉरवर्ड के अध्यक्ष प्रभाकर टिम्बले ने बताया, ‘‘हमें एक ऐसा चिह्न मिला है जिससे जुडकर हरेक गोवावासी गौरवान्ति महसूस करेगा। यह गोवा, गोवावासी और गोवा संबंधी पहचान का सार है।’’ टिम्बले ने बताया कि उनकी पार्टी हमेशा नारियल पेड़ को ‘राजकीय पेड़’ के रूप में घोषित करने की पक्षधर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्वभर में गोवा लहराते हुये नारियल के पेड़ों के लिए जाना जाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार इसे घास के समान मानती है और वृक्ष अधिनियम के तहत इसे सुरक्षा नहीं दी है। अब यह चुनाव चिह्न है और गोवा फारवर्ड भाजपा को नुकसान पहुंचाएगी।’’ इससे पहले इस साल, राज्य सरकार ने नारियल को ‘खजूर’ के ही एक रूप की शक्ल में पुनर्वर्गीकृत किया है जिस पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
( Source – पीटीआई-भाषा )