बेंगलुरू:कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के बाद बनी बीजेपी की सरकार अब मुश्किलों में फंसती हुई नजर आ रही है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले को बदल दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कल शाम चार बजे बहुमत परीक्षण का समय तय कर दिया है।इससे पहले इस पर कांग्रेस की ओर से कहा गया कि वे बहुमत परीक्षण के लिए कल ही तैयार हैं। अगर उन्हें मौका मिलता है तो वे कल ही बहुमत साबित कर देंगे। वहीं बीजेपी के वकील ने कल बहुमत परीक्षण कराने से मना कर दिया। बीजेपी वकील ने कहा था कि वे कल बहुमत परीक्षण के लिए तैयार नहीं है। बीजेपी ने बहुमत परीक्षण के लिए सोमवार तक का समय मांगा।बीजेपी के वकील मुकुल रोहतगी ने तत्काल फ्लोर टेस्ट कराए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि कम से कम एक सप्ताह का समय मिलना चाहिए। ये राज्यपाल का विशेषाधिकार है। एक दिन फ्लोर टेस्ट का निर्देश देकर संतुलन नहीं बनाया जा सकता।सुनवाई के बाद कोर्ट से बाहर कांग्रेस और जेडीएस की तरफ पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक आदेश दिया है। आज से लेकर कल तक येदियुरप्पा कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं लेंगे। शनिवार को प्रोटेम स्पीकर के अंतर्गत विश्वास मत का परीक्षण होगा। सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के बजाय येदियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए न्यौता देने के राज्यपाल के फैसले पर कोर्ट निकट भविष्य में फैसला करेगा।